वाशिम

प्रा.मनीषा मोरे लिखित दो कविता संग्रहों का हुआ विमोचन

शासकीय तंत्रनिकेतन के प्राचार्य डॉ. मानकर ने किया विमोचित

वाशिम/दि.6 – वाशिम स्थित शासकीय तंत्रनिकेतन संस्था में बीते 15 सितंबर अभियंता दिन के अवसर पर इसी संस्था में कार्यरत अंंगे्रजी विषय की प्राध्यापिका मनीषा मोरे (धानोरकर) द्वारा लिखित ‘कलर्स ऑफ लाईफ एंड लिटरेचर’ और ‘क्रिस्ताबेल, द स्टोरी अहेड’ इन दो कविता संग्रहों का विमोचन संस्था के प्राचार्य डॉ. विजय मानकर के हाथों किया गया. इस कार्यक्रम में प्रमुखता से यंत्र अभियांत्रिकी विभाग प्रमुख प्रा. मटाले मंच पर उपस्थित थे.
बता दें कि, ‘कलर्स ऑफ लाईफ एंड लिटरेचर’ और ‘क्रीस्ताबेल, द स्टोरी अहेड’ यह दोनों कविता संग्रह अंग्रेजी में रहने के बावजूद भी वह अत्यंत सरल भाषा का प्रयोग कर लिखे जाने के कारण जनसामान्य को समझना आसान है. ‘कलर्स ऑफ लाईफ एंड लिटरेचर में विविध विषयों की कविताओं का समावेश है. जैसे प्रेम, जीवन, यश-अपयश, निराशा, भटकंती, वीरांगना, महाराणी ताराबाई, लॉकडाउन 2020, पंचतत्व, लोककथा, अंगे्रजी साहित्य व अन्य विविधरंगी कविताओं का मानों उपहार ही दिया है. तथा ‘क्रीस्ताबेल, द स्टोरी अहेड’ यह अपने आप में वैशिष्ट्यपूर्ण यानी एक दीर्घ कविता है. वह तकरीबन 2500 शब्दों की है. यह कविता 17 वें शतक के विश्व प्रसिध्द अंगे्रजी कवि सामुएल टेलर कॉलेरीज की कविता संग्रह क्रीस्ताबेल पार्ट 1 व क्रीस्ताबेल पार्ट 2 के अपूर्ण कविता संग्रह की आगे की आवृत्ति है. उल्लेखनीय बात यह है कि, इसे भारत में रहनेवाले किसी साहित्यीक द्वारा किया गया पहला प्रयोग कहा जा सकता है. प्रा. मनीषा मोरे ने अपनी कल्पनाशक्ति के बल पर पुरानी कविताओं को कैसे आगे लेकर गई, यह पढने लायक है. क्योंकि विश्व विख्यात कविता यह सस्पेन्स कथा के रुप में प्रसिध्द है. इसी तरह के इन दोनों किताबों का 15 सितंबर अभियंता दिवस के अवसर पर विमोचन करने के साथ ही इन्हें इच्छूक पाठकों के लिए बाजार में उपलब्ध कराया गया हैं. इन दोनों किताबों का प्रकाशन पुणे के परिस पब्लिकेशन द्वारा किया गया है. इस विमोचन कार्यक्रम का संचालन प्रा. डॉ. राघवेंद्र बिलोलीकर ने किया.

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