वाशिम

बाढ में बहती महिला को गांववासियों ने बचाया

रिसोड तहसील के जायखेडा पुलिया के पास हुई घटना

वाशिम/प्रतिनिधि दि.26 – कल शुक्रवार शाम के समय अचानक आयी हुई बारिश से नाले को बाढ आ गई. बाढ का जोर कम रहने से खेत से लौटनेवाले किसान,खेत मजदूरों ने नाला पार कर घर जाने का प्रयास किया. उसी समय अचानक बाढ का जोर बढने से एक महिला बह जाने की स्थिति में रहते समय सहयोगी गांववासी मदद के लिए दौड पडे और सभी ने राहत की सांस ली. यह घटना रिसोड तहसील के जायखेडा-नेतन्सा इस रास्ते पर पुलिया के पास कल शुक्रवार को घटित हुई.
बारिश के दिनोें में नादुरूस्त पुल, सडको की दुरूस्ती करने के निर्देश पालकमंत्री के साथ ही जिला प्रशासन ने बांधकाम विभाग को इससे पहले ही दिए है. जबकि अभी भी अनेको जगह जमील समांतर रहनेवाली नदी,नाले पर पुलिया की निर्मिति नहीं है. रिसोड तहसील के जायखेडा-नेतन्सा इस रास्ते पर स्थित नाले पर पुलिया नहीं है. पुलिया की निर्मिति करने की मांग बार बार की है. किंतु अभी तक इस ओर किसी ने भी ध्यान नहीें दिया. ऐसा गांववासी कहते है. बारिश के दिनों में नाले को बाढ आयी तो किसान, खेत मजदूर व यात्रियों की भारी असुविधा होती है. बाढ कमजोर होने के बाद अथवा बाढ का जोर बढने से पहले कुछ लोग जान जोखिम में डालकर नाला पार करने का प्रयास करते है. 25 जून की शाम के समय जायखेडा, नेतन्सा परिसर में दमदार बारिश हुई. बाढ का जोर बढने से पहले किसान, खेत मजदूर यह एक दूसरे की सहायता से नाला पार करने का प्रयास करते समय पानी का जोर बढने से एक महिला का हाथ छूट गया जिससे सभी में भागादौडी मच गई. मदद के लिए याचना वह करने लगी. आखिर गांववासी उसकी मदद के लिए दौड आए और आगामी अनर्थ टल गया.

  • अब तो भी पुलिया की निर्मिति करे

जायखेडा-नेतन्सा इस नाले पर पुल न रहने से दोनों गांव के लोगों की भारी असुविधा हो रही है. इस नाले पर पुलिया की निर्मिति करनी चाहिए. इस तरह की मांग सामाजिक कार्यकर्ता नारायणराव आरू, जायखेडा-जोगेश्वरी गट ग्राम पंचायत सरपंच मंदाकिनी साहेबराव वालुकर, मदन इंगोले, किसन इंगोले, पुलिस पटेल, बंडु पाटिल वालुकर, दौलतराव वालुकर, दत्ता वालुकर, भगवान पाटिल वालुकर, राजेश बाजड, विनोद बाजड, ज्ञानबा बाजड आदि ने की है.

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