वाशिम

देर रात बस में महिला की प्रसूति

देवदूत बनकर सहायता के लिए मालेगांव पुलिस दौडी

वाशिम/ दि.8 – एक महिला की अचानक निजी बस में प्रसूति हो गई. साथ में कोई भी रिश्तेदार नहीं था. बस में उपस्थित महिला यात्रियों ने सहयोग किया. इस समय महिला ने सुंदर बालक को जन्म दिया. अधिक खुन बह जाने व नाल काटने की रह जाने के कारण महिला की तबीयत बिगडने लगी. इस समय मालेगांव पुलिस ने देवदूत की तरह दौडकर तत्काल महिला को अपने वाहन में डालकर ग्रामीण अस्पताल में ले जाकर मानवता दिखाई.
पुणा से उषा पुष्पकुमार निसाद (27, जामपुर, जिला करवड, छत्तिसगड) यह गर्भवती महिला निजी बस व्दारा अकेली ही उसके गांव ने को निकली. यात्री बस मालेगांव पहुंची. उस समय महिला की बस में प्रसूति हो गई. इस दौरान बडे पैमाने में रक्तस्त्राव होने व बच्चे की नाल काटने की रह जाने के कारण महिला को अस्पताल ले जाना जरुरी था. परंतु रात के समय मार्ग पर कोई भी नहीं था. इस समय शहर में रात के समय पुलिस पेट्रोलिंग कर ही थी. मालेगांव पुलिस का वाहन यात्रियों को दिखा. उन्होेंने उन्हें हाथ दिखाया. तब पुलिस उपनिरीक्षक रामकिसन जायभाय, गुप्त वार्ता के सुधीर सोलंके, हेडकाँस्टेबल रविंद्र लोखंडे, संजय जायभाय आदि ने स्थिति को गंभीरता को देखते हुए उस महिला को अपने पास की जर्किंग, शाल, टोपी आदि गरम कपडे दिये. इसकी जानकारी थानेदार धमाले को दी गई. धुमाले ने तत्काल यात्री महिला की सहायता करने की सूचना दी. मालेगांव पुलिस ने पलभर की देरी न लगाते हुए महिला को अपने वाहन व्दारा ग्रामीण अस्पताल भर्ती कराया. इलाज के बाद ढाई से 3 घंटे बाद महिला फिर छत्तिसगड के लिए लक्झरी निजी बस से रवाना हुई.

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