अमरावती संभाग का औद्योगिक विकास कब ?

किशोर बोरकर का सवाल

* उद्यम नागपुर ले जाने का आरोप
अमरावती/ दि. 13 – कांग्रेस नेता किशोर बोरकर ने अमरावती संभाग के औद्योगिक विकास की मांग बुलंद करते हुए सभी उद्यम नागपुर ले जाने का आरोप मुख्यमंत्री और महायुति सरकार पर लगाया. उन्होेंने अध्ययन का दावा कर कहा कि अमरावती संभाग से लक्ष्य से 23 प्रतिशत अधिक जीएसटी कलेक्शन के बावजूद अमरावती की उपेक्षा की जा रही है. यहां के युवाओं को रोजगार से वंचित किए जाने का आरोप कर किशोर बोरकर ने नागपुर में आ रहे प्रकल्पों का डाटा भी मीडिया से शेयर किया.
बोरकर ने बताया कि राज्य में 1 लाख करोड के निवेश के साथ 47 हजार रोजगार निर्मिती की जा रही है. लॉजिस्टिक हब प्रकल्प विकसित करने 1 लाख 8 हजार करोड के निवेश करार हुए हैं. यह करार नागपुर, ठाणे और नंदुरबार के लिए ही रहने का दावा कर बोरकर ने अमरावती के साथ भेदभाव का आरोप किया. उन्होेंने कहा कि मुंबई में विविध कंपनियों के साथ निवेश करार किए गये हैं. उनमें अमरावती, अकोला, यवतमाल, वाशिम, बुलढाणा जैसे औद्योगिक रूप से पीछे रह गये जिले पर विचार नहीं किया गया. अमरावती संभाग उद्योगों से वंचित रहने का आरोप बोरकर ने सीएम पर लगाया.
उन्होंने आंकडे देते हुए बताया कि अमरावती जिले में मनरेगा में 468162 जॉब धारक परिवारों के नाम दर्ज है. जिसमें से आदिवासी बहुल धारणी और चिखलदरा के 89435 नाम होने का दावा कर बोरकर ने सवाल उठाया कि 50 प्रतिशत सुशिक्षित बेरोजगार मनरेगा में दर्ज होने के बावजूद मुख्यमंत्री को वह कैसे दिखाई नहीं देता ? बोरकर ने दावा किया कि अमरावती संभाग से 23 प्रतिशत अधिक जीएसटी वसूला गया. संभांग से 1573 करोड जीएसटी जमा कराने पर भी उद्योगों में अमरावती को पीछे रखा जा रहा है.
किशोर बोरकर ने सरकार के उद्योगों में निवेश संबंधी बडी कंपनियों के साथ अनुबंधों का डाटा देते हुए बताया कि अदानी की कंपनी 70 हजार करोड, रिलायंस कंपनी 1500 करोड, पॉलीप्लेक्स कंपनी 2086 करोड, लोढा डेवलपर्स 30 हजार करोड, एमजीएसए कपंनी 5 हजार करोड का निवेश करने जा रही है. अमरावती के हिस्से में उक्त में से कोई भी उद्योग नहीं आ रहा, इस बात पर बोरकर ने खेद व्यक्त किया.

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