किसान की किडनी बिक्री मामले में सरकार चुप क्यों?
पूर्व मंत्री बच्चू कडू ने उठाया सवाल, घटना को बताया गंभीर

चंद्रपुर/दि.20 – एक लाख रुपये का कर्ज चुकाने के लिए एक गरीब किसान को अपनी किडनी बेचनी पड़े-यह मानवता पर कलंक है. नागभीड़ तालुका के रोशन कुले प्रकरण को अंतरराष्ट्रीय मानव अंग तस्करी से जुड़ा बताते हुए पूर्व मंत्री बच्चू कडू ने मुख्यमंत्री और पालकमंत्री पर गंभीर आरोप लगाए हैं. कडू ने कहा कि इतना गंभीर मामला होने के बावजूद सरकार और जनप्रतिनिधियों का रवैया उदासीन है. नागभीड़ के रोशन कुले का मामला केवल खेती बेचने तक सीमित नहीं रहा, बल्कि कर्ज के दबाव में किसान को अपने शरीर का महत्वपूर्ण अंग मूत्रपिंड (किडनी) तक बेचना पड़ा. यह मामला अंतरराष्ट्रीय स्तर की मानव अंग तस्करी से जुड़ा हुआ है. इसके बावजूद विदर्भ के ही मुख्यमंत्री होने के बाद भी मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने न तो पीड़ित किसान से मुलाकात की और न ही साधा फोन कर हालचाल जाना, यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है.
प्रहार जनशक्ति पार्टी के मुखिया व पूर्व मंत्री बच्चू कडू ने तीखी टिप्पणी करते हुए कहा कि यदि यह मामला हिंदू-मुस्लिम से जुड़ा होता तो सभी नेता दौड़े चले आते, लेकिन यहां किसान पीड़ित है, इसलिए उसे कोई महत्व नहीं दिया जा रहा. उन्होंने कहा कि आज किसान की कीमत कुत्ते-बिल्ली से भी कम आंकी जा रही है. शनिवार सुबह बच्चू कडू ने नागभीड़ तालुका के मिंथूर गांव पहुंचकर पीड़ित किसान रोशन कुले से मुलाकात की और पूरे प्रकरण की जानकारी ली. इसके बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने महायुति सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि विदर्भ के गरीब किसान को साहूकारों का कर्ज चुकाने के लिए अपने शरीर का अंग बेचना पड़ रहा है, यह राज्य के लिए शर्मनाक स्थिति है. कडू ने मांग की कि इस मामले में 1994 के अवैध मानव अंग प्रत्यारोपण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया जाए. साथ ही अंग तस्करी में शामिल दलालों, एजेंटों, साहूकारों और डॉक्टरों के खिलाफ मानव तस्करी, अपहरण, धमकी, मारपीट, धोखाधड़ी और पासपोर्ट एक्ट सहित विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया जाए.
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राज्य में निजी साहूकारों द्वारा किसानों से जबरन कर्ज वसूली की घटनाएं बढ़ रही हैं. इस पर रोक लगाने के लिए सावित्रीबाई फुले के नाम से ‘सत्यशोधक समिति’ गठित करने की मांग भी कडू ने की. उन्होंने कहा कि किसान को कर्ज के लिए जमीन के साथ-साथ किडनी बेचने की नौबत आना बेहद गंभीर मामला है और इस लड़ाई में अब रोशन कुळे भी हमारे साथ हैं. बच्चू कडू ने चेतावनी दी कि यह आंदोलन केवल नागभीड़ या चंद्रपुर जिले तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि पूरे महाराष्ट्र में इसे फैलाया जाएगा. उन्होंने मुख्यमंत्री पर कटाक्ष करते हुए कहा कि विदर्भ से होने के बावजूद मुख्यमंत्री ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया, जिससे किसानों के प्रति सरकार की संवेदनशीलता उजागर होती है. इस संबंध में विभिन्न मांगों का ज्ञापन तहसीलदार को भी सौंपा गया है.
* 3 जनवरी को नागभीड़ बंद का आह्वान
पूर्व मंत्री बच्चू कडू ने बताया कि 3 जनवरी को सावित्रीबाई फुले और जिजाऊ जयंती के अवसर पर मिंथूर से नागभीड़ तक भव्य लॉन्ग मार्च निकाला जाएगा. रोशन कुले को उसके पैसे वापस दिलाने के लिए राज्यव्यापी आंदोलन छेड़ा जाएगा और उसी दिन नागभीड़ बंद का आह्वान किया गया है. कडू ने नागरिकों से बंद में शामिल होने की अपील की.





