पुराने व जर्जर पुल के सौंदर्यीकरण पर क्यों किया करोडों का खर्च
कांग्रेस शहराध्यक्ष बबलू शेखावत ने लोकनिर्माण विभाग से पूछा सवाल

अमरावती /दि.30- हाल ही में सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग ने राजकमल चौक से रेलवे स्टेशन की ओर आनेवाले रेलवे उडानपुल को पुराना, जर्जर व पूरी तरह से खस्ताहाल बताते हुए हर तरह के छोटे-बडे वाहनों सहित पैदल राहगिरों की आवाजाही के लिहाज से भी बंद करवा दिया है. जिसके चलते इस उडानपुल के दोनों ओर शहर पुलिस द्वारा बैरिकेटिंग कर दी गई है. ताकि इस रेलवे पुल पर कोई भी वाहन का आना-जाना न हो सके. जिसके पीछे सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग द्वारा तर्क दिया गया है कि, किसी भी संभावित हादसे को टालने के लिहाज से यह कदम उठाया गया है. परंतु सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग के इसी तर्क पर सवालिया निशान उठाते हुए कांग्रेस शहराध्यक्ष बबलू शेखावत ने सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग से जानना चाहा है कि, जब यह पुल इतना जर्जर व खस्ताहाल हो चुका था, तो फिर सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग ने इस पुल के सौंदर्यीकरण पर कुछ अरसा पहले ही दो से ढाई करोड रुपयों की निधि क्यों खर्च की. क्योंकि वह खर्च अब पूरी तरह से बर्बाद हो गया है और यह सीधे-सीधे जनता के गाढे पसीने की कमाई का दुरुपयोग है.
कांग्रेस शहराध्यक्ष बबलू शेखावत ने कार्यकारी अभियंता को भेजे पत्र में कहा है कि यह उडानपुल स्ट्रक्चरल ऑडिट में जीर्ण-शीर्ण घोषित होने के बावजूद विभाग ने सौंदर्यीकरण के लिए लगभग 2 से 2.5 करोड़ रुपये खर्च कर दिए. लेकिन जब पुल मरम्मत या पुनर्निर्माण योग्य स्थिति में था, तब सौंदर्यीकरण पर खर्च जनता के पैसों का सीधा दुरुपयोग है, ऐसा पत्र में कहा गया है. कांग्रेस ने विभाग से सात दिनों में लिखित जानकारी माँगी है कि जीर्ण पुल पर सौंदर्यीकरण क्यों और किस उद्देश्य से किया गया? इसके लिए निधि कहाँ से प्राप्त हुई? निविदा प्रक्रिया किस तरह अपनाई गई? ठेका किस ठेकेदार को दिया गया और कुल अनुमानित राशि कितनी थी? सौंदर्यीकरण के अंतर्गत कौन-कौन से कार्य किए गए?
इन तमाम सवालों के साथ ही कांग्रेस शहराध्यक्ष बबलू शेखावत ने यह चेतावनी भी दी है कि यदि विभाग ने स्पष्ट जवाब नहीं दिया तो कांग्रेस सार्वजनिक निर्माण विभाग कार्यालय के समक्ष विशाल जनआंदोलन करेगी, जिसके परिणामों की पूरी जिम्मेदारी जनता के पैसों के दुरुपयोग करनेवाले सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग की होगी.





