नागपुर शितकालीन अधिवेशन में गुंजेगा उर्दु महाविद्यालय का मुद्दा?
उर्दु मीडियम के विद्यार्थियों को इंतजार

चादूर रेलवे /दि.8 – कुछ महिने पहले स्थानीय मुस्लिम समाज ने विधायक प्रताप अडसड को एक ज्ञापन देकर शहर में 11 वीं और 12 वीं के लिए उर्दु मीडियम महाविद्यालय की मांग की थी. लेकिन अभी तक कोई ठोस एक्शन न होने की वजह से एक बार फिर यह मांग उठाई गई हैं. 8 दिसंबर से शुरू हुए नागपुर शितसत्र में क्या उर्दु मीडियम महाविद्यालय का मुद्दा उठाया जाएंगा. इस ओर सभी की निगाह लगी हुई है.
सरकार सबको शिक्षा देने और विद्यार्थियोे के साथ नाइंसाफी रोकने के लिए नीतियां बनाती हैं. लेकिन यह सच्चाई नहीं बदली हैं कि चांदूर रेलवे तहसील में उर्दु मीडियम के विद्यार्थियोें को अब भी उर्दु महाविद्यालय का इंतजार हैं. शहर की 2000 से ज्यादा मुस्लिम आबादी का मुद्दा सिर्फ चुनावी बहस नही बल्कि इसने असल में एज्युकेशन सिस्टम पर असर डाला हेै. नगर परिषद द्वारा चलाए जा रहे. मौलाना अब्दुल कलाम आजाद उर्दु प्री-सेकेंडरी और सेंकेडरी स्कूल में सिर्फ 10 वीं क्लास तक ही पढाई होती हैं. और 11 वीं -12 वीं कक्षा के लिए कोई ऑप्शन नहीं हैे. इस वजह से कई विद्यार्थी पैसो की दिक्कतों की वजह से बाहर शहरों में शिक्षा के लिए नहीं जा पाते हैं.
धामएगांव रेलवे निर्वाचन क्षेत्र की तीनों तहसीलो में से किसी भी तहसील में उर्दु मीडियम सांइस कॉलेज नहीं होने की वजह से चांदूर रेलवे शहर मे उर्दु मीडियम कॉलेज का निर्माण करवाया जाए. जिससे तीनो तहसीलों को राहत मिलेंगी. इस संदर्भ में पहले नगर परिषद में एक प्रस्ताव भी पास किया गया था. लेकिन इसे लागू नही किया गया. हाल ही में हुए नप चुनावोे में अलग-अलग पार्टीयोे ने इस मुद्दे पर वादे किए थे. वहीं विधान परिषद सदस्य संजय खोडके ने भी वादा किया था की शहर मे जल्द ही उर्दु मीडियम कॉलेज शुरू किया जाएगा. लेकिन अब तक भी कॉलेज शुरू नहीं किया गया. नागपुर शितसत्र में कौनसा जन प्रगतिनिधि इस मुद्दे को उठाता हैे. इस और सभी की निगाह लगी हुई हैं.





