शहर के बार, रेस्टॉरेंट, कैैफे के लाइसेंस की क्या होगी जांच ?

नगरवासियों का प्रशासन से प्रश्न

* पुलिस, उत्पादन शुल्क, राजस्व और मनपा से संयुक्त अभियान की अपेक्षा
अमरावती/ दि. 19- शहर में ड्रग्स, नशीले पदार्थ आसानी से मिल रहे हैं. अल्पवयीन को शराब, हुक्का उपलब्ध है. अमरावती मानो इन सब बातों का केन्द्र बन गया है. जिससे शहरवासियों ने पुलिस राज्य उत्पादन शुल्क, राजस्व और महापालिका से संयुक्त अभियान छेडकर लाइसेंस किसी बात का, धंधा कोई और जैसे सिस्टम के विरूध्द कार्रवाई करनी चाहिए, एक प्रकार की अपेक्षा बोलकर बताई. लोगों का यह भी कहना है कि जब तक कठोर कार्रवाई नहीं होती, इस तरह की बातों और धंधे के लिप्त लोग बाज नहीं आते.
शहर के पॉश शंकर नगर क्षेत्र में एरिया 91 रेस्टो बार में पिछले रविवार को फेक वेडिंग इवेंट पर छापा मारा तो भयंकर प्रकार उजागर हुआ. जिससे पुलिस के साथ साथ अभिभावकों के भी हाथ पांव फूल गये. क्योंकि फेक वेडिंग के नाम पर चल रही पार्टी में 70-80 टीन एजेर्स नशे में ताबे में लिए गये. उनमें से 40 नाबालिगों की मेडिकल जांच की गई. चार नाबालिग शराब पीये पाए गये. देखा जाए तो नाबालिगों को ऐसे बार रेस्टॉरेंट में प्रवेश कैसे दिया जाता है ? यहीं संशोधन का मामला बताया जा रहा.
अनेक होटल, बार, रेस्टॉरेंट में मिसरूड भी न उगनेवाले नाबालिगों को न केवल प्रवेश दिया जा रहा. बल्कि उनके बीयर शराब के पैग भी तैयार किए जाते है. इसलिए पुलिस का ही मानना है कि शहर में अपराधों का ग्राफ बढ रहा है. रात बेरात शराब पीकर सडकों पर तेज गति से दौडनेवाले वाहनों को कौन ब्रेक लगायेगा ? यह सवाल भी अमरावतीवासी उठा रहे हैं. उनका कहना है कि इन होटल्स, बार, रेस्टॉरेंट को किस बात के लाइसेंस दिए गये हैं. उसकी एक बार प्रशासन ने जांच करनी चाहिए.
* मनपा संकुलों में भी चल रहे धंधे
नागरिकों ने कहा कि शहर की गली- गली में अलग- अलग गैर कानूनी धंधे पनप रहे हैं. उस ओर पुलिस प्रशासन का ध्यान कम ही जाता है. इतना ही नहीं तो महापालिका के संकुल में दी गई जगह पर भी दुकानदार परवाना जिस बात का है, उससे अलग धंधे करते साफ नजर आ रहे हैं. इसलिए शहरवासी ऐसे दुकानों, बार, रेस्टॉरेंट की जांच पडताल की मांग उठा रहे हैं.
* पालक मंत्री से अपेक्षा
जिले के पालक मंत्री आज अमरावती पधारे हैं. वे शाम को जनसंवाद भी करनेवाले हैं. ऐसे में अमरावती जैसे सांस्कृतिक शहर की पहचान रखनेवाले शहर में इस प्रकार के गौरखधंधे कहीं राजकीय वरदहस्त के कारण तो नहीं पनप रहे, यह सवाल लोग पूछ रहे हैं. शुक्रवार को अमरावती की फेक वेडिंग पार्टी का मुद्दा विधान मंडल में उठाया जा चुका है. जिससे अमरावती के लोगों को यकीन है कि पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले इस ओर गंभीरता से ध्यान देंगे. प्रशासन को तत्काल और कडे एक्शन के लिए कहेंगे.

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