खेद के साथ लाइसेंस होंगे बहाल
6 मेडिकल दुकानों के लाइसेंस रद्द

* केमिस्ट संगठन की बडी जीत का दावा
* कफ सिरप बेचने का आरोप
* संगठन ने की कमिश्नर नार्वेकर से शिकायत
अमरावती/ दि. 14- केमिस्ट संगठन की राज्यव्यापी आंदोलन की चेतावनी के बाद अब फूड व ड्रग प्रशासन केवल चिठ्ठी नहीं रहने से खांसी की दवाई बेचने के कारण अनिश्चितकाल के लिए दवा दुकान बंद करने के आदेश न केवल पीछे लेने तैयार हो गया है. बल्कि खेद भी व्यक्त किया जायेगा. यह जानकारी अमरावती केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट असो. के अध्यक्ष सौरभ मालानी ने आज दोपहर अमरावती मंडल को दी. उन्होंने बताया कि केमिस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष आप्पासाहब शिंदे और प्रदेशाध्यक्ष अनिल नावंदर एवं अन्य पदाधिकारी आज दोपहर मुंबई में फूड व ड्रग आयुक्त राजेश नार्वेकर से भेंट कर रहे हैं. उसमें यह निर्णय होने की संभावना तथा भविष्य में ऐसी चूक न होने देने का उल्लेख रहने जानकारी मालानी ने दी.
* अमरावती की 6 दुकानें बंद करने का आदेश
फूड व ड्रग विभाग ने पिछले सप्ताह कफ सिरप मामले में देशव्यापी हो हल्ला के कारण महाराष्ट्र में अचानक कार्रवाई श्ाुरू कर 250-300 दुकानें बंद करने का फरमान जारी कर दिया था. अमरावती शहर की 6 दुकानें बंद करने के आदेश दिए जाने से खलबली मची. अध्यक्ष सौरभ मालानी को इन 6 दुकानों के नाम नहीं पता. किंतु उन्होंने फूड व ड्रग विभाग को कडे आंदोलन की चेतावनी दी.
* राज्यस्तर पर कार्रवाई, विरोध
मध्यप्रदेश को कफ सिरप कांड के कारण दवा दुकानों की महाराष्ट्र में भी छानबीन शुरू की गई है. जिसके तहत सैकडों दुकानों पर बगैर डॉक्टर की परची के खांसी- सर्दी की दवाई बेचेे जाने पर अन्न व औषध प्रशासन ने सीधे दुकाने बंद करने के आदेश जारी कर दिए. इन आदेशों में दुकानों को अगले आदेश तक बंद रखने कहा गया. जिससे राज्य संगठन ने आवाज उठाई. कार्रवाई को सरासर गलत बताया. इसका तगडा विरोध किया गया. संगठन ने कहा कि कथित कफ सिरप की महाराष्ट्र में एक भी शीशी नहीं बेची गई. उसी प्रकार वर्षो से चली आ रही परिपाटी के कारण कुछ दुकानदारों ने कफ सिरप बगैर पर्ची दिए होंगे. संगठन की मांग पर अधिकारियों को माफी मांगने के साथ अपने दवा दुकाने बंद करने के आदेश पीछे लिए जाने की एक्शन अब ली जा रही है.





