बच्ची को चटके देनेवाली महिला गिरफ्तार
6 माह में दूसरी घटना से मेलघाट में खलबली

चिखलदरा/ दि.7 – चिखलदरा तहसील के दहेंद्री गांव में 22 दिन के बच्ची को पेट पर डाग देनेवाली संदिग्ध काकीला नाम महिला को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. मेलघाट में 6 माह में इस तरह की यह दूसरी घटना घटित होने से प्रशासन में हडकंप मच गया है.
दहेंद्री ग्राम के बच्ची के जन्म के 15 दिन बाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की परिचारीका ने संबंधित महिला और बच्ची के घर जाकर जांच की थी तब मां और बच्ची की हालत ठिक नहीं थी. पश्चात उसी परिवार की रिश्तेदार एक महिला 4-5 दिन पूर्व उनके घर आई थी. उसने बच्ची को देख उसका पेट फुगा रहने और नाक बहते देख उसे डम्मा देना आवश्यक रहने की बात पालकों से कही. पश्चात खुरपी गरम कर उसने बच्चे के पेट पर 22 चटके दिए. 4 जुलाई को फिर से काटकुंभ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का दल महिला के घर जांच के लिए गया तब बच्चे के शरीर पर दाग दिखाई देने से यह घटना उजागर हुई. दाग देनेवाली वृध्द महिला को पुलिस ने गिरफ्तार कर उसका बयान रात में दर्ज किया. संबंधित महिला को समंस देकर छोड दिया गया, ऐसा चिखलदरा के थानेदार प्रशांत मसराम ने कहा है. उसके पूर्व मेलघाट के चिखलदरा तहसील के एक गांव में 22 दिन के बच्चे को पेट पर एक भूमका ने उपचार करने के नाम पर 65 चटके दिए थे. 25 फरवरी 2025 को यह घटना घटित हुई थी. पश्चात यह दूसरी घटना है.
उपचार केे नाम पर दिया जाता है डम्मा
बहुल क्षेत्र में उपचार के नाम पर डम्मा दिया जाता है. यह तरीका गलत है. अंधश्रध्दा के कारण इस तरह की घटना लगातार घटित हो रही है. इस कारण शासन द्बारा अंधश्रध्दा निर्मूलन समिति की सहायता लेकर बहुल क्षेत्र में जनजागृति करनी चाहिए.
– प्रा. हरिष पेठकर, राज्य सहकार्यवाहक, अंनिस.
*मेलघाट के नागरिक अंधश्रध्दा के शिकार न हो
मेलघाट के नागरिक अंधश्रध्दा के शिकार न हो. अघोरी प्रथा पर अमल कर बच्चे अथवा बडे व्यक्ति का जीवन खतरे में न लाए. उपलब्ध स्वास्थ्य विषयक सुविधा का लाभ ले.
– किरण वानखडे, पुलिस निरीक्षक, एलसीबी ग्रामीण,अमरावती
* बच्ची की हालत ठिक
अचलपुर अस्पताल में दो दिन उपचार लेने के बाद बच्ची की हालत ठिक है. उसे छूट्टी दे दी गई है. भविष्य में बालक के लिए स्वास्थ्य सुविधा का लाभ लेकर नियमानुसार उपचार का तरिका अपनाए.
– डॉ. ऐश्वर्या वानखडे, वैद्यकिय अधिकारी,
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, दहेंद्री.





