दिवाली की सस्नेह भेंट को चिल्लर कहकर यशोमति ने किया जनभावना का अनादर
युवा स्वाभिमानियों ने पत्रवार्ता में किया पूर्व मंत्री ठाकुर के कृत्य का निषेध

अमरावती/दि.28 – दीपावली का पर्व आपसी रिश्ते-नातों में मिठास पैदा करने के साथ ही भाई-बहन के रिश्ते को मजबूत करनेवाला त्यौहार है. यही वजह है कि, बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र के विधायक रवि राणा द्वारा प्रतिवर्ष ही लाखों किसान एवं गरीब परिवारों की दीपावली को आनंदित करने हेतु गांव-गांव और घर-घर जाकर दीपावली पर किराणा व फराल सहित भाईदूज के लिए महिलाओं हेतु साडी वितरित करते है. साथ ही जिले के सभी मौजूदा व पूर्व जनप्रतिनिधियों सहित अधिकारियों व प्रतिष्ठित नागरिकों को भी दीपावली के उपहार के तौर पर किराणा कीट व फराल साहित्य भेजे जाते है. जिसके तहत हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी विधायक रवि राणा द्वारा पूर्व मंत्री यशोमति ठाकुर को अपनी बडी बहन मानते हुए उनके घर पर दीपावली की भेंट भेजी गई थी. परंतु प्रतिवर्ष इस भेंट को स्वीकार करनेवाली पूर्व मंत्री यशोमति ठाकुर ने इस वर्ष इसे ‘चिल्लर धंधा’ बताते हुए सोशल मीडिया पर विधायक रवि राणा तथा उनकी सुविद्य पत्नी व पूर्व सांसद नवनीत राणा के लिए बेहद आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग कर काफी अपमानजनक बाते कही, जो एकतरह से जनभावनाओं का अनादर ही है. जिसके लिए पूर्व मंत्री यशोमति ठाकुर का निषेध किया जाना चाहिए, इस आशय का प्रतिपादन आज युवा स्वाभिमान पार्टी की ओर से बुलाई गई पत्रवार्ता में पार्टी के पदाधिकारी विनोद गुहे द्वारा किया गया.
इस पत्रवार्ता में विनोद गुहे ने बताया कि, वे खुद प्रतिवर्ष कांग्रेस नेत्री व पूर्व मंत्री यशोमति ठाकुर के आवास पर विधायक रवि राणा की ओर से भेजी जानेवाली दीपावली गिफ्ट लेकर जाते है और विधायक राणा की ओर से दीपावली उपहार के तौर पर भेजी गई फराल व किराणे की कीट सहित साडी-चोली को पूर्व मंत्री यशोमति ठाकुर सुपूर्द करते है. इसी सिलसिले के तहत इस वर्ष भी खुद उन्होंने अपने हाथों से पूर्व मंत्री यशोमति ठाकुर के आवास पर पहुंचकर उन्हें विधायक राणा की ओर से भेजी गई दीपावली की गिफ्ट दी थी. जिसमें बेहतरीन गुणवत्ता वाले किराणा एवं फराल साहित्य सहित एक बेहद शानदार साडी भी थी. परंतु इसके बाद पूर्व मंत्री यशोमति ठाकुर ने सोशल मीडिया पर बेहद ही तिरस्कारपूर्ण तरीके से वीडियो जारी करते हुए अपने द्वेष व अहंकार का प्रदर्शन किया और विधायक राणा द्वारा बडे ही प्रेम व सम्मान के साथ भेजे गए दीपावली के उपहार को चिल्लर बताते हुए राणा दंपति की औकात निकालने का काम भी किया. ऐसे में बेहद जरुरी हो चला है कि, पूर्व मंत्री यशोमति ठाकुर ने खुद अपने गिरेबान में भी झांककर देखना चाहिए, क्योंकि उनके इसी मगरुरी अहंकार की वजह से शायद जनता ने उन्हें चुनाव में हराकर घर पर बिठा दिया है.
इस पत्रवार्ता में यह भी कहा गया कि, पूर्व मंत्री यशोमति ठाकुर ने अपने वीडियो में केवल विधायक राणा की ओर से भेजी गई थैली ही दिखाई. लेकिन उस थैली में रखकर भेजे गए किराणा व फराल साहित्य के पैकेट नहीं दिखाए. साथ ही पूर्व मंत्री यशोमति ठाकुर ने विधायक राणा की ओर से उपहार स्वरुप दी गई साडी को मात्र 100 रुपए की साडी बताते हुए उसका मजाक उडाया. जबकि हकीकत यह है कि, राणा दंपति द्वारा जो किराणा व फराल साहित्य सभी को दीपावली के अवसर पर वितरित किया जाता है, उसी साहित्य का प्रयोग राणा दंपति सहित युवा स्वाभिमान पार्टी के पदाधिकारियों द्वारा अपने घरों पर भी किया जाता है. इसके अलावा बाजार में जो साडी एक से डेढ हजार रुपए प्रति नग की दर पर मिलती है, वह साडी होलसेल दामों में खरीदकर युवा स्वाभिमान पार्टी द्वारा बहनों को उपहार के तौर पर देने के लिए लाई जाती है और इन सबसे बडी बात यह है कि, विधायक राणा द्वारा विगत 20 वर्षों से लगातार दीपावली के पर्व पर किराणा व फराल साहित्य के वितरण का काम किया जा रहा है और ऐसा करनेवाले वे अमरावती जिले के एकमात्र जनप्रतिनिधि है.
इसके साथ ही इस पत्रवार्ता में युवा स्वाभिमान पार्टी द्वारा पूर्व मंत्री यशोमति ठाकुर से सवाल पूछा गया कि, वे खुद लंबे समय तक विधायक रहने के साथ-साथ किसी समय राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री भी थी और उन्होंने मंत्री व विधायक के तौर पर वेतन सहित तमाम सुविधाओं का लाभ लिया. साथ ही वे अब भी पूर्व जनप्रतिनिधि होने के नाते पेंशन प्राप्त कर रही है. साथ ही जमींदार परिवार से वास्ता रखने के नाते हजारों एकड जमीन की मालकिन भी है, परंतु इतना सबकुछ रहने के बावजूद खुद उन्होंने किसानों सहित गरीबों को कभी दो चम्मच शक्कर देने का काम भी नहीं किया, जबकि विधायक रवि राणा ने किसानों के लिए आंदोलन करते हुए अपनी एक दिवाली जेल में भी काटी. साथ ही खुद यशोमति ठाकुर के मंत्री रहते समय तत्कालिन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा राणा दंपति को 14 दिनों के लिए जेल में भी डाला गया और उनके पीछे राज्य की पुलिस व जांच एजेंसियों को लगाया गया, परंतु इसके बावजूद पूर्व मंत्री यशोमति ठाकुर और उनकी तत्कालिन सरकार राणा दंपति का कुछ भी नहीं बिगाड सके.
इस पत्रवार्ता में यह भी कहा गया कि, चूंकि विधायक राणा हमेशा ही अपने निर्वाचन क्षेत्र के विकास एवं सर्वसामान्यों के कल्याण हेतु काम करते रहते है. यही वजह है कि, बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र की जनता ने लगातार चौथी बार उन्हें अपना विधायक चुना. जबकि तिवसा निर्वाचन क्षेत्र की जनता ने पूर्व मंत्री यशोमति ठाकुर को तीसरी बार में ही नकार दिया. इसके बावजूद पूर्व मंत्री यशोमति ठाकुर द्वारा राणा दंपति की आड लेकर हिंदुओं की धार्मिक आस्थाओं का मजाक उडाया जा रहा है. जिसका जवाब आनेवाले समय में अमरावती की जनता उन्हें निश्चित तौर पर देगी.
इस पत्रवार्ता में विनोद गुहे सहित बालासाहब इंगोले पाटिल, मिलिंद कहाले, गणेशदास गायकवाड, सोनाली नवले, अर्चना तालन, साक्षी उमक पाटिल व संगीता कालबांडे आदि भी उपस्थित थे.





