यवतमाल

10वीं कक्षा के विद्यार्थी को सूझी युक्ति, जर्मनी से प्राप्त किया पेटेंट

अब ट्रेन से गिरने की संभावना कम

* प्लेटफार्म और सीढियों के बीच एक्स्टेंडेबल स्टैप लैडर
यवतमाल/दि.1– यात्री ट्रेन में चढते या उतरते समय कई मुसाफिरों की कुचल जाने से मृत्यु हो जाती है. यवतमाल के कक्षा 10वीं के छात्र समृद्ध राजू रामेकरने इसका स्थायी हल खोज लिया है. उसने एक्स्टेंडेबल स्टैप लैडर अर्थात ऑटोमेटिक सीढी बनाई है. जिससे ट्रेन के बोगी के गेट और प्लेटफार्म के बीच गैप नहीं रहेगी. जिससे चढते या उतरते समय गिरने की आशंका खत्म हो जाएगी. समृद्ध की इस खोज को एक्स्टेंडेबल स्टैप लैडर सिस्टम कहा जाता है. उसने जर्मनी से इस खोज का पेटेंट प्राप्त कर लिया है.
समृद्ध के पिता राजू रामेकर प्रसिद्ध रेडियोलॉजिस्ट हैं. वह फिलहाल अदिलाबाद में रह रहे हैं. समृद्ध ने बताया कि एक रेल यात्रा के दौरान एक व्यक्ति को ट्रेन में चढते समय गिरते और इस वजह से उसकी मृत्यु होते देखा था. बोगी के दरवाजे और प्लेटफार्म के बीच अंतर की वजह से उसकी बेवजह जान चली गई थी. इसलिए उसने एक्स्टेंडेबल स्टैप लैडर बनाया. उसने भारतीय रेल से इसका उपयोग करने का अनुरोध किया है. समृद्ध का कहना है कि इस तरह की दुर्घटना से देश में हर वर्ष करीब 250 लोग जान गंवाते हैं.

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