प्रतिनिधि/दि.१०
यवतमाल – ऑनलाईन ठगी करने के अपराध में शिकायतकर्ता व्यक्ति तत्काल सायबर सेल की ओर आने पर उनका हुआ नुकसान वसूल करने की अधिक संभावना रहती है. इन प्रयासों को सफलता भी मिलती है. जिसमें १० अपराध आयटीएक्ट अंतर्गत दर्ज हुए थे. जिसमें ८ अपराध बैंक से संबंधित ठगी के है तथा दो अपराध सोशल मीडिया से हुई ठगी के है. ऑनलाइन खरीदी में ठगी होने के २६ लोगों के आवेदन आए थे.
गौरतलब है कि लॉकडाऊन के समय सायबर अपराध के प्रमाण बढ़ गये है. जुलाई की अंतिम तारीख तक १० अपराध दर्ज हुए है. २६ शिकायतों के आवेदन समय पर आने से होनेवाला नुकसान टाला जा सका. सायबर सेल को १० अपराध की ठगी के १५ लाख रकम में से ११ लाख वसूल करने में सफलता मिली है. फिलहाल बैंक से संबंधित धोखाधड़ी कम हुई है. लेकिन सोशल मीडिया पर ठगी होने के प्रमाण बढ़ गये है.
ऑनलाईन ठगी के अपराध में शिकायतकर्ता व्यक्ति तत्काल सायबर सेल की ओर आने पर उनके हुए नुकसान वसूल करने की अधिक संभावना रहती है. इन प्रयासो को सफलता भी मिलती है.१० अपराध आयटीएक्ट अंतर्गत दर्ज हुए थे. जिसमें ८अपराध बैंक से संबंधित ठगी के तथा दो अपराध सोशल मीडिया से हुई ठगी के है. ऑनलाईन खरीदी में ठगी होनेवाले २६ लोगो के आवेदन आए थे. यह आवेदन तत्काल आने से १ लाख २०हजार रूपये की रकम को सायबर सेल रिकव्हर कर सके. जिसमें ग्राहको का नुकसान टल गया. आयटीआय एक्ट के १० अपराध में१५ लाख की ठगी हुई थी. जिसमें ११ लाख रूपये सायबर टीम ने वसूल किए है. विगत कुछ दिनों से बैंक के धोखाधड़ी मामले कम हुए है. नागरिक सतर्क होने से ओटीपी, पिन नंबर व अन्य जानकारी वे फोन पर शेयर नहीं करते. जिसके कारण अब धोखाधड़ी करनेवालों ने भी अपना मोर्चा बदल दिया है. वे अच्छे वाहन की कम कीमत में बिक्री, उच्च पदस्थ अधिकारी का समझ में आने पर सोशल मीडिया से फ्रेंडशिप व बाद में ठगी करने की घटनाएं घटती है. यह टालने के लिए सोशल मीडिया के एप का उपयोग करते हुए टू स्टेप व्हेरिफिकेशन सिस्टिम अपग्रेड करना आवश्यक है.
- ई-वॉलेट में एप का ही उपयोग करे-एपीआय अमोल पुरी
आरबीआय ने ऑनलाईन व्यवहार के लिए कुछ एप को ई-वॉलेट कॉमर्स से अलग कर दिया है. जिसके कारण यह एप का उपयोग करते समय कुछ अनियमितता होने पर पैसे वापस नहीं मिलेंगे. इसमें फोन पे व गुगल पे यह दोनों ही एप अलग करने की जानकारी है. जिसके कारण भारतीय होने पर ही एप का उपयोग करे. जिसका समावेश ई-वॉलेट में है. जिससे कुछ अनियमिता होने पर पैसे वापस मिलने की संभावना रहती है. ऐसी जानकारी सायबल सेल के प्रमुख सहा. पुलिस निरीक्षक अमोल पुरी ने दी.
- विशेष मुद्दे-
– २६ शिकायतों का आवेदन की समस्या का निराकरण
– बैंक से संबंधित अपराध रूके, सोशल मीडिया द्वारा हुई थी अनेक नागरिको की ठगी.