* गांजे के साथ एमडी ड्रग्ज की खेप
यवतमाल/दि.2- कभी शांतिप्रिय रहे यवतमाल जिले में तेजी से अपराध बढे हैं. अपराधों का मूल गांजा और एमडी ड्रग्ज नशाखोरी से जुडा हैं. युवाओं के साथ नाबालिग भी इसकी चपेट में आ रहे हैं. पुलिस ने गत चार माह में नशीले पदार्थो की धर पकड की 30 कार्रवाई की हैं. बडा नेटवर्क रहने की आशंका भी जताई जा रही है. पुलिस का कहना है कि युवाओं का उपयोग नशीले पदार्थ की खेप यहां वहां पहुंचाने में हो रहा हैं.
उल्लेखनीय है कि यवतमाल शहर और जिला हाल के वर्षो में अपराधिक गंभीर वारदातों के कारण चर्चा में रहा हैं. प्राणघातक हमला, हत्याकांड के पीछे जांच में पुलिस को आरोपी नशे के आदी मिले हैं. आरोपी न सिर्फ दारू, गांजा, एमडी ड्रग्ज जैसे नशीले पदार्थो का नशा कर रहे हैं. जांच में यह बात उजागर हुई है.
अपराधों में लिप्त युवकों के साथ अनेक कॉलेज और शालेय विद्यार्थी भी व्यसनाधीन होने का खुलासा हुआ है. जिले में नशीले पदार्थो की खेप बडे प्रमाण में लायी जा रही है. जिसके तस्करी के कनेक्शन मुंबई, नागपुर और अन्य शहरों से जुड रहे हैं.
तस्करी के बडे रैकैट सक्रिय होने से पुलिस ने एक्शन लेना शुरू किया. जनवरी- अप्रैल इन चार माह में नशीले पदार्थ विरोधी कार्रवाई में बढोत्तरी हुई है. पिछले साल केवल दो कार्रवाई हुई थी. इस साल ऐसी 30 कार्रवाई हो गई है. जिससे साफ है कि जिले में नशीले पदार्थो का कारोबार बढ रहा है. पुलिस के सामने नशे के सौदागरों का नेटवर्क उखाड फेंकने की चुनौती हैं.