महाराष्ट्रयवतमाल

टिपेश्वर की मादा बाघ के गले में फांस

उपचार न होने पर जान का खतरा

* कंटीला तार फंसा है गले में
यवतमाल/ दि. 5– कम घनत्व वाले टिपेश्वर अभयारण्य में बाघों की संख्या सर्वाधिक है. यहां से संपूर्ण राज्य में बाघ स्थानांतरित किए गये हैं. इसी अभयारण्य में गत दो दिनों से मादा बाघ के गले में कंटीली तार फंसे होने का खुलासा हुआ है. जिसके बाद वन विभाग पीसी नाम की मादा बाघ को अभयारण्य में खोज रही है.
जानकारी के अनुसार एक पर्यटक ने उक्त मादा बाघ का चित्र खींचा. फोटो में स्पष्ट हुआ कि कंटीला तार उक्त बाघ के गले में फंसा है. उसे घाव हो गया है. तुरंत उपचार मिलने पर बाघ की जान भी जा सकती है. किंतु महकमा उसे खोज नहीं पाया है. आसपास के खेत खलिहानों में भी बाघ को खोजा जा रहा है. वह कहां भटक रही है, यह सोचकर वन्यजीव प्रेमी दुखी हैं. हाल ही में अनेक बाघ और तेंदुए विभिन्न दुर्घटनाओं का शिकार हुए है. ऐसे में मादा बाघ पीसी को बचाने के लिए कोशिशें जारी है. बाघों के लिए संरक्षित क्षेत्र बढाने की मांग कई बार हो चुकी है. फिर भी जंगल महकमा ध्यान नहीं दे रहा.

 

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