यवतमाल

गुप्त धन पाने की ऐसी भी अघोरी लालसा

अपनी बेटी की नरबलि देने जा रहा था बाप

* गढ्ढा खोदकर की थी पूरी तैयारी
* बेटी ने वीडियो बनाकर बचायी जान
* पिता व मांत्रिक सहित 9 गिरफ्तार
यवतमाल/दि.27- आज जहां एक ओर वैज्ञानिक तरक्कियों के दम पर इन्सान चांद व मंगल की सीमाओं को पार करते हुए अंतरिक्ष की अनंत गहराईयों को नापने की तैयारी कर रहा है. वहीं दूसरी ओर कुछ लोग अंधविश्वास और अंधश्रध्दा के मकडजाल से आगे बढने के लिए तैयार ही नहीं है. ऐसा ही एक मामला जिले की बाभूलगांव तहसील अंतर्गत माधनी गांव परिसर में सामने आया है, जब गुप्त धन पाने के लिए एक अघोरी बाप ने खुद अपनी बच्ची की नरबलि देने की तैयारी कर ली थी और इसके लिए आधी रात में गढ्ढा खोदकर पूजा करनी भी शुरू कर दी गई थी. किंतु समय रहते पुलिस मौके पर पहुंच गई और आरोपी पिता व मांत्रिक सहित 9 लोगों को हिरासत में लिया गया. जिसके चलते एक मासूम युवती की जान बच गई.
जानकारी के मुताबिक माधनी निवासी एक व्यक्ति के घर के पिछले हिस्से में स्थित कमरे के नीचे गुप्त धन रहने की चर्चा हमेशा की जाती थी. ऐसे में अंधश्रध्दा से पीडित इस व्यक्ति ने अपने परिचय में रहनेवाले मांत्रिक को बुलवाया और मांत्रिक ने घर के पिछले कमरे का मुआयना करते हुए वहां पर गुप्त धन रहने की बात कही. साथ ही बताया कि, गुप्त धन को निकालने हेतु नरबलि देनी होगी. ऐसे में अंधश्रध्दा व लालच के चलते दिमाग से अंधे हो चुके इस व्यक्ति ने अपनी बेटी की नरबलि देने की तैयारी दर्शाई और तुरंत ही घर के पिछले हिस्से में गढ्ढा खोदकर वहां पूजा करने की तैयारी शुरू की गई. किंतु इसी बीच इस व्यक्ति की बेटी बगल के कमरे में मौजूद थी और उसने अपने पिता व मांत्रिक के बीच खुद को बलि दिये जाने के संदर्भ में चल रहा पूरा संवाद सुना. जिसके चलते उसने अपने पिता व मांत्रिक के बीच चल रही बातचीत का वीडियो निकाला. साथ ही घर के पीछे खोदे गये गढ्ढे और वहां रची गई पूजा के फोटो वीडियो निकालते हुए यवतमाल में रहनेवाले अपने एक दोस्त को भेजा और अपनी जान बचाने की गुहार लगाते हुए सहायता करने हेतु कहा. इस युवती के मित्र ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तुरंत यवतमाल पुलिस को पूरी जानकारी दी और यवतमाल पुलिस ने बाभुलगांव पुलिस थाने को संदेश भेजा. पश्चात 20 मिनट के भीतर ही पुलिस पथक मौके पर पहुंच गया और अघोरी पूजा करते हुए नरबलि देने की तैयारी कर रहे युवती के पिता सहित 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. साथ ही मौके से अघोरी पूजा के साहित्य, घमेले व फावडे आदि भी जप्त किये गये. इस मामले में राजकुमाार जयंत धकाते, विजय शेषराव बावणे, रमेश कवडूजी गुंडेकार, वाल्मिक रमेश वानखडे, विनोद नारायण चुनारकर, दीपक महादेवराव श्रीरामे, आकाश शत्रुघ्न धनकसार इन सात आरोपियों सहित रालेगांव निवासी दो महिलाओं के खिलाफ भादंवि की धारा 376, 354, 307, 323, 506 व 34 के साथ ही बाललैंगीक अत्याचार प्रतिबंधक कानून तथा महाराष्ट्र नरबलि, अनिष्ट व अघोरी प्रथा एवं जादूटोणा प्रतिबंधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज करते हुए उन्हें अपनी हिरासत में लिया. पश्चात मंगलवार को अदालत में पेश किये जाने के उपरांत सभी आरोपियों को दो दिन पीसीआर में रखे जाने का आदेश प्राप्त हुआ. ऐसे में अब थानेदार रविंद्र जेधे आरोपियोें से पूछताछ करने के साथ ही मामले की जांच कर रहे है.

* बेटी को हवस का शिकार भी बना चुका है अघोरी बाप
अपनी सतर्कता के चलते खुद की जान बचाने में सफल रही युवती ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया कि, उसका पिता हमेशा से ही अघोरी क्रियाकलापाेंं में लिप्त रहा है और जब वह अल्पवयीन थी, तब उसके पिता ने उसके साथ जबरन शारीरिक संबंध भी स्थापित किये थे और यह सिलसिला काफी लंबे समय तक चलता रहा. ऐसे में अब पुलिस ने अघोरी पिता के खिलाफ जान से मारने का प्रयास करने का मामला दर्ज करने के साथ-साथ बलात्कार का भी मामला दर्ज किया है.

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