यवतमाल/ दि. 4- दारव्हा रोड रसिद ढाबे के पास कुख्यात ‘बगिरा’ गैंग के सदस्यों ने एक व्यक्ति को बेतहाशा पिटकर घायल कर दिया. इतना ही नहीं, तो सरकारी अस्पताल में हथियार ले जाकर युवक पर इलाज शुरु रहते समय चाकू व अन्य हथियारों से हमला कर घायल किया. इस मामले में अब सभी आरोपियों के खिलाफ धाराए बढाकर मौक्का के तहत अपराध दर्ज किया है. पुलिस प्रशासन की यह आक्रमक कार्रवाई के कारण आरोपियों की लगाम कसने में सहायता मिलेगी. खास बात यह है कि, माहभर में मोक्का के तहत कार्रवाई की जिले में दूसरी कार्रवाई है.
दारव्हा रोड स्थित एक ढाबे पर रात के समय भोजन करते वक्त मामूली बात को लेकर विवाद करते हुए ‘बगिरा गैंग’ के सदस्यों ने एक युवक को बेदम पीटा. यह खबर कुख्यात गुंडे आशिष उर्फ बगिरा रमेश दांडेकर (चांदोरे नगर) को मिलते ही उसने गैंग के लडके के साथ हुई वारदाता की खुन्नस मन में लेकर विवाद में घायल हुए व जिला अस्पताल में इलाज चल रहे युवक को मारा. हमले में चाकू समेत अन्य हथियारों का उपयोग किया गया. अस्पताल के सुरक्षा रक्षकों ने बीच बचाव करने का प्रयास किया, तब उनके साथ भी हुज्जतबाजी की. इस मामले में 7 दिसंबर को यवतमाल शहर पुलिस थाने में अपराध दर्ज किया गया था. तहकीकात में 12 आरोपी होने की बात उजागर हुई. इसके कारण महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम के तहत कार्रवाई का प्रस्ताव पुलिस अधिक्षक कार्यालय की ओर से विशेष पुलिस महानिरीक्षक अमरावती को भिजवाया गया था. प्रस्ताव को 3 फरवरी के दिन मंजूरी दिये जाने के कारण बगिरा गैंग के 12 लोगों के खिलाफ अब मोक्का के तहत कार्रवाई होगी.
कार्रवाई में 12 आरोपियों का समावेश
मोक्का के तहत होने वाली कार्रवाई में आशिष उर्फ बगिरा रमेश दांडेकर (चांदोरे नगर), धिरज उर्फ ब्राँड सुनील मैंद (वंजारी फैल), विशाल प्रफुल्ल वानखडे (बांगर नगर, वाघापुर नाका), स्तवन सतिश शहा (विश्वशांति नगर, पिंपलगांव रोड), लोकेश चंद्रकांत बोरखडे (विसावा कॉलोनी, पिंपलगांव रोड), वंश सुनील राउत (बांगर नगर), दिनेश मधुकर तुरकाने (पुष्पक नगर, बाभुलगांव), प्रज्वल किशोर मेश्राम (आकृति पार्क, यवतमाल), ऋषिकेश उर्फ रघु दिवाकर रोकडे (अभिनव कॉलोनी, गिरी नगर, यवतमाल), मनीष हरिप्रसाद बघेल (वैभव नगर), लखन अवतडे (जामवाडी) और आकाश विरखेडे (एकता नगर, वाघापुर) इन आरोपियों का समावेश है.
किसी आरोपी को नहीं छोडेंगे
जिले की सामाजिक शांति में बाधा पहुंचाने वाले आरोपियों को वक्त रहते प्रतिबंध लगाकर कडी कानूनी कार्रवाई करने की जरुरत होती है. उस वजह से मोक्का अंतर्गत कार्रवाई की जा रही हेै. प्रापर्टी संबंधित अपराध करेन वाले, अवैध रेती तस्करी, शराब और संगठित अपराध से दहशत फैलाने वाले अपराधियों के खिलाफ मोक्का, इसी तरह एमपीडीए कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी. किसी भी अपराधी को नहीं छोडा जाएगा.
– डॉ. पवन बनसोड,
पुलिस अधिक्षक, यवतमाल