यवतमाल

कपास के दाम 11 हजार, किसानों ने और दरवृद्धि की उम्मीद में रोकी बिक्री

यवतमाल में मिली 10,250 कीमत : मांग की तुलना में आवक कम

यवतमाल/ दि.5– इस साल कपास को बडे ही अच्छे दिन देखने को मिले है. 10 हजार रुपए तक बढे हुए भाव कम होकर नीचे गिर गए थे किंतु दीर्घ समय के बाद फिर एक बार कपास 10 हजार क्विंटल के दर पार किए है. गुरुवार को यवतमाल जिले में कपास को 10 हजार 250 रुपए क्विंटल के भाव मिले. कपास के दाम और भी अधिक बढ सकते है ऐसा अंदेशा व्यापारियों ने व्यक्त किया है और इसी कारण व्यापारियों ने कपास की बिक्री को ब्रेक लगाया है.
संपूर्ण देशभर कपास की मांग बढी है इसी के साथ ही विदेश में भी कपास के भाव बढे है लेकिन मांग की तुलना में कपास उपलब्ध नहीं हो पा रहा है. इसलिए आने वाले समय में कपास के दरें और भी बढने की आशंका जताई जा रही है. कपास की दरें 11 हजार क्विंटल तक बढेंगे इसी वजह से कपास उपत्पादक किसानों ने कपास बिक्री के लिए लाना बंद कर दिया है. अब भी 15 फीसदी किसानों के पास कपास का अच्छाखासा भंडार होने का अंदाज व्यक्त किया जा रहा है.
जागतिक बाजार में कपास के दरे रोजाना बढती ही जा रही है. तत्काल कपास को 1 डॉलर 40 सेंट रुपए का दर मिल रहा है. 2012 में जागतिक बाजार में 2 डॉलर 40 सेंट यह विक्रमी दर था यही भाव इस साल भी मिलने का अंदाज जताया जा रहा है. कारण जागतिक बाजार में कपास का उत्पादन घटा है. अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कपास को 74 हजार रुपये है. विदेश में कपास आयात करने पर मिल मालिकों को वह काफी मंहगा पडेगा इसलिए इस साल कापास आयात नहीं हुआ. आने वाले समय में कपास के दर बढने की संभावना बतायी जा रही है.

67 लाख कपास गांठे उत्पादन तक मर्यादीत
इस साल राज्य में 100 लाख गांठे उत्पादन होगा ऐसा अंदाज था. प्रत्यक्ष में कपास गांठों की निर्मिती 67 लाख गांठो तक रुकेगी ऐसा डर व्यक्त किया है. इससे खुले बाजार में कपास खीरीदी स्पर्धा बढी है.

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