* ऋण के कारण उठाया घातक कदम
यवतमाल/दि.15– भूमिहिन खेतहर मजदूर दम्पति ने आर्णी तहसील के गांव में बंटाई से खेत लिया. खेतीबाडी का प्रयत्न किया. लगातार प्रयत्न के बावजूद फसल चौपट होने से कर्ज बढता गया. जिससे निराशा में किसान दम्पति किशोर नाटकर और वनिता नाटकर ने कुएं में कूदकर जान दे दी. रविवार दोपहर 12 बजे यह घटना उजागर होते ही आर्णी तहसील के डेहनी ग्राम में कोहराम मचा. नाटकर दम्पति एक पुत्र व दो पुत्रियों को छोडकर चला गया.
किशोर और वनिता दोनों ही मेहनती थी. वे बंटाई से खेती कर रहे थे. उन्होंने खेती से अच्छी पैदावार ली. पिछले वर्ष से उनकी खेतीबाडी लहरी मौसम के कारण नुकसान में आ गई. जिससे उन पर कर्ज का बोझ बढ गया. इसी निराशा में दोनों रविवार सबेसे घर से बाहर निकले. उन्होंने वामन माधव दिघलकर के खेत में कुएं में छलांग लगा दी. इसी खेत के पास से गुजर रहे किसी व्यक्ति के ध्यान में यह बात आयी. उसने गांव वालों को खबर की.
खबर मिलते ही ग्रामीण बडी संख्या में कुएं के पास एकत्र हो गये. आर्णी पुलिस का दल मौके पर पहुंचा. दोनों के शव बाहर निकालकर परीक्षण के लिए ग्रामीण अस्पताल भेजा गया. श्रीकांत चिदकाजी नाटकी की शिकायत पर पुलिस ने अकस्मात मृत्यु का केस दर्ज किया. आगे जांच थानेदार केशव ठाकरे के मार्गदर्शन में जमादार अशोक टेकाडे और मुनेश्वर कर रहे हैं. ग्रामीणों ने बताया कि, बडी बेटी की प्रसूति का खर्च भी खूब हो गया था. दूसरी बेटी विवाहयोग्य हो गई थी. ऐसे में कर्जदार का कर्ज कैसे चुकाए और पारिवारिक जिम्मेदारी कैसे निभाए, यह प्रश्न नाटकर दम्पति को सता रहा था.