-
रिश्तेदारों की शिकायत
यवतमाल/प्रतिनिधि दि.३ – स्थानीय वसंतराव शासकीय अस्पताल में इलाज कर रहे मरीज को जिंदा रहते समय मृत घोषित करने का प्रकार सामने आया है. मरीजों के रिश्तेदारों ने शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय में जाकर प्रत्यक्ष मुआयना किया तब संबंधित मरीज यह आक्सीजन लगाकर इलाज ले रहा था. ऐसा ही प्रकार फिर न हो, इसलिए रिश्तेदारों ने शुक्रवार को इस मामले में जिलाधिकारी के पास शिकायत दर्ज की है.
बाभुलगांव तहसील के दिघी पुनर्वसन स्थित एक व्यक्ति को 30 मार्च को बीमारी के चलते सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए दाखिल किया गया था. इलाज शुरु रहते समय ही 31 मार्च की रात 11 से 12 बजे के दौरान वसंतराव नाईक शासकीय अस्पताल के कोविड वार्ड से लडके के साथ फोन व्दारा संपर्क कर आपके पिता की तबीयत गंभीर रहने की जानकारी दी थी. पिता की तबीयत गंभीर रहने की बात सुनते ही बेटे ने 30 किलोमीटर दूरी से आकर कोविड वार्ड में जाकर पूछताछ की. तब एक महिला कर्मचारी ने आपके पिता की मृत्यु हुई है, इस तरह की जानकारी दी. उसके बाद लडके ने वार्ड में जाकर देखा तो पिता आक्सीजन लगाकर बेड पर इलाज लेते पाये गए.