* उमरखेड तहसील के खरबी वन क्षेत्र की घटना
यवतमाल/ दि.24- उमरखेड तहसील के पैनगंगा अभ्यारण्य में हिरण (चितल) का शिकार किया गया. यह घटना कल गुरुवार की दोपहर खरबी वन परिक्षेत्र में घटी. इस मामले में तीन शिकारियों को गिरफ्तार किया गया है. उनके पास से हिरण की खाल, मांस, अवयव, सिर व शिकार के लिए उपयोग किया गया जाल बरामद किया है.
पैनगंगा अभ्यारण्य के वडगांव नियत क्षेत्र से सटे कोठारी के एक स्कूल के पीछे वडगांव नियत क्षेत्र से एक हिरण का शिकार कर लाये जाने की गुप्त जानकारी रात 9 बजे खरबी के वनपरिक्षेत्र कार्यालय को मिली थी. इसपर वन विभाग के कर्मचारियों इस जानकारी की तस्सली की. उसके बाद रात 10 बजे आरोपियों के वर्हा पालन फार्म हाउस पर नजर रखी, रातभर घात लगाकर बैठे, जाल बिछाया, दूसरे दिन सुबह 7.30 बजे आरोपी बाबु बुध्दाजी हनुमानदास को हिरण के अवयवों के साथ रंगेहाथों गिरफ्तार किया. हिरण के अवयव सिर, खाल, चार पैर बरामद किये. इस बीच शिकार के अपराध में मारोती नामदेव आरमालकर शामिल होने की बात पता चली. उसके घर की तलाशी ली गई. वहां शिकार के लिए उपयोग किये गए पांच जाले (वाघुर) बरामद किये गए.
और आरोपी होने की संभावना
हिरण के शिकार के अपराध में और कुछ आरोपी शामिल होने की संभावना है. इस दृष्टि से तहकीकात शुुरु की गई है. यह कार्रवाई विभागीय वन अधिकारी किरण जगताप, सहायक वन संरक्षक भारत खेलबाडे के मार्गदर्शन में वन परिक्षेत्र अधिकारी नितीन आठपाडकर, वनपाल विधि इंगले, वी. आर. सिंगणजुडे, वनरक्षक एस. एल. कानडे, ए. के. मुजमुले, बी. आर. काशिदे, जे. वी. शेंबाले, जी. एस. मुंडे, पी. आर. तांबे आदि तहकीकात कर रहे है.