यवतमाल

विदर्भ के लगभग 46 हजार किसानों को बिजली बिल माफ

राज्य शासन की योजना का परिणाम

  • अमरावती, नागपुर विभाग आगे

यवतमाल/दि.17 – कृषि पंप के बिजली बिल बकाया रहनेवाले किसानों के लिए राज्य शासन ने नई योजना घोषित की है. इसमें कुछ रकम भरने के बाद ब्याज और जुर्माना माफ किया जायेगा. विदर्भ के अमरावती और नागपुर विभाग के 46 हजार किसानों ने इसका लाभ लिया है. उन्होेने साढे सैतालीस करोड़ रूपये के बिजली बिल भरे है. जिसके कारण यह किसान बकाया बिल माफ के लिए पात्र है.
राज्य शासन ने बिजली कंपनी की कृषि नीति घोषित की है. 2024 तक यह योजना रहेगी. इस योजना में 2022 तक बिजली बिल भरने पर 50 प्रतिशत सहूलियत मिलेगी. मार्च 2023 तक बिजली बिल भरने पर 30 प्रतिशत सहूलियत मिलेगी. मार्च 2024 तक बिजली बिल भरने पर 20 प्रतिशत सहूलियत मिलेगी. इसके अलावा ग्राहको को 2024 तक नियमित रूप से बिल भरना है. ऐसे ही किसान बिजली बिल माफी योजना के पात्र रहेंगे.
अभी तक नागपुर विभाग में सबसे अधिक 40 हजार किसान इसके लिए आगे आए है. इसमें नागपुर और वर्धा जिले के किसानों का समावेश है. इन किसानों ने कृषि पंप पर सहूलियत की रकम छोड़कर 38 करोड का बिल भरा है तथा अमरावती विभाग के अमरावती के 4000 किसान आगे आए है और यवतमाल जिले के दो हजार किसानों ने सहभाग लिया है. उन्होंने 9 करोड़ 47 लाख रूपये का बकाया बिल भरा है. अमरावती विभाग के अमरावती के 4000 किसान आगे आए है और यवतमाल जिले के दो हजार किसानों ने सहभाग लिया है. उन्होंने 9 करोड 47 लाख रूपये का बकाया बिल भरा है.

33 प्रतिशत रकम उसी परिसर के विकास के लिए

कृषि पंप की बकाया बिजली बिल वसूली के लिए मिलनेवाली रकम में से 33 प्रतिशत रकम बिजली कंपनी की महत्वपूर्ण सुविधा के लिए उपयोग की जायेगी. जिन क्षेत्र में किसानों ने पैसे भरे उसी क्षेत्र में सुधार के लिए इस पैसे का उपयोग किया जायेगा तथा 33 प्रतिशत रकम जिले के कृषि के महत्वपूर्ण विकास के लिए खर्च होगी. शेष 74 प्रतिशत रकम महावितरण को मिलेगी.

किसान आत्महत्याग्रस्त जिले के किसान आगे

यवतमाल जिले के किसानों की आर्थिक स्थिति चिंताजनक है. इस स्थिति में कुछ किसान कृषि पंप के बकाया बिजली बिल भर रहे है. यह सकारात्मक द़ृष्टिकोण सामने आया है.

कृषि पंप की बकाया बिजली बिल की वसूली किसान कर रहे है. कुछ दिनों में यह संख्या और भी बढने की संभावना है. जिसके कारण कृषि क्षेत्र में महत्वपूर्ण सुविधा मिलने में मदद होगी.
सुरेश मडावी,
अधीक्षक बिजली वितरण कंपनी
यवतमाल

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