वक्त पर इलाज न होने से यवतमाल के प्रसिध्द डॉक्टर मौत
पौन घंटे भटकते रहे, दो अस्पताल ने नहीं दिया रिस्पाँस
यवतमाल/दि.११ – यहां के एमडी आयुर्वेदिक गोल्ड मेडलिस्ट डॉक्टर की वक्त पर इलाज न होने के कारण मौत हो गई. यह सनसनीखेज घटना कल गुरुवार के तडके घटी. पौन घंटे तक भटकते रहने के बाद भी दो अस्पताल ने किसी तरह का रिस्पाँस नहीं दिया.
शेख मुस्ताख शेख खलील (४५, पुष्पकुंज सोयायटी, वडगांव, यवतमाल) यह मरने वाले डॉक्टर का नाम है. पुष्पकुंज में उनका निवास स्थान व शिफा अस्पताल है. गुरुवार तडके ३ बजे उनको दिल का दौरा पडा. उन्हें घबराहट होने लगी तब अपने सहयोगी राम शिरस्कर को बुलाया और बेटे को साथ में लेकर मोटरसाइकिल पर तीनों क्रिटीकेअर अस्पताल पहुंचे, परंतु प्रवेश व्दारा पर ही सर्दी, बुखार, खांसी के मरीज नहीं लेते, ऐसा कहकर वापस भेजा. उन्होंने अपना परिचय भी दिया तब एक परिचारिका आयी और उसने भी वहीं कारण बताया.
इसके कारण डॉ.शेख डॉ.महेश शाह के शाह हॉस्पीटल एन्ड क्रिटीकल केअर सेंटर में पहुंचे. वहां दरवाजा ही नहीं खोला. अस्पताल में एक वृध्द उपस्थित था तब डॉ.शेख ने डॉ.शाह को मोबाइल पर संपर्क किया मगर प्रतिसाद नहीं मिला. वहां डॉक्टर शेख निचे गिर गये तब उन्हें तत्काल वसंतराव नाईक अस्पताल ले जाया गया. जहां उन्हें मृत घोषित किया. पौन घंटे तक भटकते रहे. इलाज न होने के कारण डॉक्टर को ही जान गवाना पडा. इस घटना का शहर में विराध किया जा रहा है. डॉक्टर की ही ऐसी स्थिति हो तो सामान्य लोगों का क्या होगा, ऐसा प्रश्न भी उपस्थित हुआ है. पिछले कुछ माह से अधिकांश डॉक्टरों ने कोरोना के कारण सर्दी, खांसी, बुखार के मरीजों का इलाज करना बंद कर दिया है. अन्य मरीजों को भी अस्पताल में नहीं लिया जाता, इसके कारण भी सरकारी अस्पताल में जाना पडता है. इस घटना के बाद उनके सहायक राम शिरस्कर ने रो-रोकर घटना का बखान किया.