* निधि बाबत उपमुख्यमंत्री को निवेदन
यवतमाल/दि.1– किसानों को खेतों में सिंचाई हेतु विद्युत आपूर्ति मिले व खेती का खर्च कम करने के लिए कुसुम योजना को महाराष्ट्र में अमल में लाया जा रहा है. पीएम कुसुम योजना अंतर्गत किसानों को सौर पंप बिठाने के लिए 90 प्रतिशत तक अनुदान दिया जाता है. बावजूद इसके सौर पंप द्वारा उत्पादित होने वाले अतिरित्त बिजली ग्रीड को बेचने के बाद भी किसान अतिरिक्त उत्पन्न प्राप्त कर सकते हैं. सांसद भावना गवली ने हाल ही में उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस को निवेदन दिया. जिसके चलते कुसुम योजना अंतर्गत नियमित निधी दिलवाने का आश्वासन उन्होंने दिया. दरमियान इस योजना का जिले के किसानों से लाभ लेने का आवाहन सांसद भावना गवलीने किया है.
पारेषण विरहित सौर कृषि पंपों के इस्तेमाल से किसानों को दिन में सिंचार्ई करना संभव हो सकेगा. यवतमाल जिले में इस योजना अंतर्गत सन 2021 में आवेदन लेना शुरु किया गया. गत वर्ष से अब तक 1634 पंप लगाये गए है. शेष 2 हजार 842 आवेदन प्राप्त होने के साथ ही इस पर प्रक्रिया शुरु है. किसानों को खेत जमीन धारण क्षमतानुसार 3 एच.पी., 5 एचपी व 7.5 एचपी अश्वशक्ति सौर पंप उपलब्ध होगा. सर्व साधारण वर्गवारी के लाभार्थियों को 90 प्रतिशत तो एससी-एसटी के लाभार्थियों को 95 प्रतिशत सबसीडी दी जा रही है. पारंपरिक पद्धति से विद्युत कनेक्शन नहीं हुए, ऐसे किसान इसके लिए पात्र रहेंगे. यह योजना किसानों के लिए लाभदायी होने के कारण अमल में लाने हेतु इस संदर्भ में सांसद गवली ने हाल ही में बैठक ली व योजना का लाभ लेने का आवाहन किसानों से किया है.
कुसुम योजना के माध्यम से किसानों को कम पैसे में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध हो रही है. जिसके चलते किसान इस योजना का लाभ लेने के लिए महाउर्जा कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं.