हाईकोर्ट के आदेश के बाद दो थानेदारों समेत 8 पर अपराध दर्जं
तलाठी विजय गाडवे की मृत्यु का मामला
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यवतमाल जिले के पुलिस दल में सनसनी
यवतमाल प्रतिनिधि/दि.25 – ढाई वर्ष पहले एक तलाठी व्दारा की गई आत्महत्या के मामले में मृतक की मां ने हत्या का संदेह व्यक्त करने के बाद भी पुलिस ने जांच बंद कर दी. जिससे यह मामला सीधे नागपुर हाईकोर्ट में पहुंचा. कोर्ट ने इस मामले की गंभीर दखल लेते हुए संबंधितों पर अपराध दर्ज करने के आदेश दिये है. इस बीच शनिवार देर शाम दो थानेदारों समेत आठ लोगों पर अपराध दर्ज किये जाने से जिले के पुलिस दल में सनसनी मची है.
विजय गोविंद गाडवे (35, गुरुनानक नगर) यह मृतक तलाठी का नाम है. 26 जून 2018 को अपने ससुर के घर दांडेकर ले-आउट में उन्होंने फांसी लगाकर आत्महत्या की थी. इस पर अवधूत वाडी पुलिस थाने में आकस्मिक मौत का मामला दर्ज किया गया था किंतु मृतक की मां भीमाबाई गोविंद गाडवे (70) ने अपने बेटे की ससुराल के लोगों ने हत्या करने का आरोप किया था किंतु पुलिस ने इस शिकायत की दखल न लेते हुए सीधे मृत्यु के मामले की जांच ही लपेट ली. पुलिस ने आपके बेटे ने आत्महत्या की, ऐसा कहकर भीमाबाई को भी लौटा दिया. जिससे उन्होंने इस मामले में सीधे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया. अपने बेटे की आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या होने की याचिका उन्होंने दाखिल की. न्यायालय ने फरियादी के बेटे की मौत के लिए उसके ससुरालवालों को जिम्मेदार ठहराया है. पुलिस अधिकारियों ने हत्या का मामला दर्ज करने में लापरवाही बरतने की बात कही. संबंधित आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने के आदेश नागपुर हाईकोर्ट ने दिये है.