* कार्रवाई के डर से मची खलबली
यवतमाल/ दि.19 – नौकरी पर लगते समय शिक्षकों को नियम के अनुसार खुद की पात्रता सिध्द करना पडता है, मगर रुपयों के जोर पर डीएड, बीएड हुए कई धनी लोगों ने पात्रता की परीक्षा में भी कैसे पैसें फेंककर नौकरी हासिल की. जिले में ऐसे 70 बोगस शिक्षकाेंं की सूची पुणे सायबर पुलिस ने परीक्षा परिषद को दी है, इसके कारण गांवखेडों के विद्यार्थियों के पालकों में नाराजी दिखाई दे रही है.
पिछले दो वर्ष के टीईटी (शिक्षक पात्रता परीक्षा) की परीक्षा में करीब 7 हजार 888 शिक्षक रुपए देकर पास होने का मामला राज्यभर में गुंज रहा है, जिसमें यवतमाल जिले के 70 शिक्षकों का समावेश है. अब यह सूची उजागर होते ही कई शिक्षक भूमिगत हो गए है. कई लोगों ने गांव छोड दिया और कई लोगों ने अपने टीईटी प्रमाण पत्र भी शिक्षा विभाग के पास जांच के लिए देना टाला. एक ओर निलबंन की तलवार सिर पर टंगी हुई है और दूसरी ओर फोैजदारी का डर, ऐसी कैची में बोगस शिक्षक फंसे है. गांववासियों की नजरों से नजर कैसे मिलाए, ऐसी समस्या निर्माण होने के कारण नालायक गुरुजी रिश्तेदारों के गांव में शरण लेने ओैर कोई पर्यटन के लिए निकल गए.
44 गुरुजियों ने छिपाया प्रमाणपत्र
जिले में पदभर्ती बंदी केकाल में 750 शिक्षकों ने नोैकरी प्राप्त की. ऐसे सभी शिक्षकों के टीईटी प्रमाणपत्र जांच पडताल के लिए शिक्षक परिषद ने मांगे. जिले के 70 शिक्षकों के प्रमाणपत्र बोगस होने की सूची पुणे पुलिस ने जाहीर की. 26 शिक्षकों ने अपने प्रमाणपत्र पडताल के लिए दिये. बकाया 44 शिक्षकों को खोजने की जिम्मेदार अब शिक्षा विभाग को निभाना पडेगा.