अन्य शहरयवतमाल

‘वह’ मोबाइल के दौर में भी लिखा करता था प्रेम पत्र

10 माह से युवती के पते पर भेज रहा था खत

* हस्ताक्षर के आधार पर पकडा गया
* युवती सहित नारी रक्षा समिति ने की सुताई
यवतमाल /दि.12- एकतरफा प्यार में आकंठ डूबे एक युवक ने खुद को अच्छी लगने वाली युवती के घर का पता खोजते हुए उस पते पर विगत 10 माह से प्रेम पत्र भेजते हुए उक्त युवती का जीना मुहाल कर दिया था. शुरुआती दौर में बदनामी के भर से युवती के परिजन चूप थे. परंतु जब प्रेम पत्र के नाम पर अश्लिल बाते लिखे हुए पत्र आने का सिलसिला बढ गया. तो उक्त युवती ने नारी रक्षा समिति से मदद मांगी. पश्चात खत में दर्ज रहने वाले हस्ताक्षर एवं पते के आधार पर उस युवक को खोज निकाला गया और युवती सहित नारी रक्षा समिति के सदस्यों ने उसकी जमकर सुताई करते हुए उसके सिर से प्रेम का भूत उतारा.
उल्लेखनीय है कि, किसी जमाने में प्रेमी-प्रेमिका एक दूसरे को प्रेम पत्र लिखा करते थे, लेकिन स्मार्ट फोन और सोशल मीडिया के दौर में यह तरीका ‘आउट डेटेड’ हो गया है. परंतु यवतमाल में रहने वाली एक युवती के यहां पर विगत कुछ दिनों से यवतमाल शहर सहित विविध शहरों व गांवों से अश्लिल भाषा में लिखे रहने वाले पत्र आने का सिलसिला शुरु हुआ. यह पत्र कौन भेज रहा है. इसका पता नहीं चल पा रहा था. वहीं इस दौरान उक्त युवती की ट्यूशन क्लास की शिक्षिका को भी युवती की बदनामी करने वाले पत्र मिलने शुरु हो गए. ऐसे में उक्त युवती ने सहायता मिलने हेतु कई लोगों से संपर्क किया. तो नारी रक्षा समिति के अध्यक्ष विनोद दोंदल व शिवराय इंगोले ने उक्त युवती की सहायता करने की तैयारी दर्शायी. पश्चात पूरे मामले की जांच पडताल की गई, तो पता चला कि, एक वर्ष पहले उक्त युवती के घर के पास रहने वाले 35 से 40 वर्ष आयु गुट के युवक ने उसे उसके जन्मदिवस पर चॉकलेट व फुल दिए थे. साथ ही उसने उक्त युवती का ट्यूशन क्लास तक पिछा भी किया था. हालांकि उक्त युवती ने कभी भी उस व्यक्ति से कोई बातचीत नहीं की थी. ऐसे में उक्त युवती ने उस युवक को मोबाइल पर संपर्क साधकर मिलने हेतु बुलाया और जैसे ही वह युवक उक्त युवती से मिलने पहुंचा, तो नारी रक्षा समिति के सदस्यों ने उसे घेरकर उसकी पूछताछ व पडताल की गई. पहले तो उक्त युवक ने काफी देर तक टालमटोल करने का प्रयास किया. लेकिन पत्र भेजते समय एक पत्र पर पत्र लिखने वाले के हस्ताक्षर भी थे और पता भी हाथ से लिखा गया था. जिसके चलते समिति के सदस्यों ने उसे एक कागज पर नाम और पता लिखने हेतु कहा. जो पत्र पर लिखे गए हस्ताक्षर से मेल खा गया. जिसके बाद उक्त युवती सहित समिति के सदस्यों ने उस युवक की जमकर धुनाई गई. पश्चात उस युवक ने उक्त युवती के पैर पकडकर माफी मांगी. साथ ही वादा किया कि, वह भविष्य में किसी भी युवती को तकलीफ नहीं देगा. चूंकि उस युवक के पिता नहीं है और घर पर मां बीमार है. साथ ही घर की जबाबदारी भी उस पर ही है. ऐसे में मानवीय दृष्टिकोण के तहत उक्त युवक को पुलिस के हवाले करने की बजाय समझाइश व चेतावनी देकर छोड दिया गया.

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