मंडी संचालक पर पहले कुल्हाडी से हमला, फिर गोली मारकर हत्या
यवतमाल के भांबराजा की सनसनीखेज घटना
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तीन हमलावरों की सरगर्मी से तलाश
यवतमाल/दि.4 – यवतमाल कृषि उत्पन्न बाजार समिती के संचालक तथा भांबराजा गांव की महिला सरपंच के पति सुनील नारायण डिवरे पर गत रोज कुछ अज्ञात आरोपियों ने पहले कुल्हाडी से प्राणघातक हमला किया और फिर उन्हें गोली मार दी. इस हमले में सुनील डिवरे की मौके पर ही मौत हो गई. यह घटना भांबराजा गांव में गुरूवार की शाम 7.30 बजे के आसपास घटित हुई और इस घटना के चलते भांबराजा गांव सहित पुरे यवतमाल जिले में जबर्दस्त हडकंप व्याप्त है.
जानकारी के मुताबिक बीती शाम सुनील डिवरे यवतमाल से भांबराजा गांव वापिस लौटे और वे अपने घर के आंगन में बैठे हुए थे, तभी सफेद रंग की एक्टिवा पर सवार होकर तीन लोग वहां पहुंचे. जिसमें से एक व्यक्ति एक्टिवा पर ही बैठा रहा और बाकी दो लोगों ने डिवरे पर गोली चलाने के साथ ही उनके सिर पर कुल्हाडी से वार किया. कोई कुछ समझ पाता, उससे पहले ही तीनों हमलावर अपनी एक्टिवा वाहन पर बैठकर मौके से फरार हो गये. इस समय तक चीख-पुकार को सुनकर सुनील डिवरे की पत्नी व भांबराजा गांव की सरपंच अनुप्रिया डिवरे घर से निकलकर आंगन में पहुंची. जहां पर सुनील डिवरे खुन से लथपथ होकर गिरे हुए थे. यह भयावह नजारा देखते ही अनुप्रिया डिवरे ने सहायता के लिए चीख-पुकार मचानी शुरू की और लोगबाग तुरंत मौके पर इकठ्ठा हुए. पश्चात सुनील डिवरे को तुरंत ही सरकारी अस्पताल ले जाया गया. जहां पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
बता दें कि, यवतमाल तहसील की राजनीति में अपना अच्छा-खासा रसूख रखनेवाले शिवसैनिक सुनील डिवरे यवतमाल बाजार समिती के संचालक भी थे और उन्होंने एक वर्ष पूर्व हुए ग्रापं चुनाव में एकतरफा जीत हासिल करते हुए भांबराजा ग्रापं की सत्ता हासिल की थी. जिसके बाद उनकी पत्नी अनुप्रिया डिवरे सरपंच निर्वाचित हुई थी. पता चला है कि, ग्रापं चुनाव से पहले डिवरे का गांव में अपने विरोधी गुट के साथ जबर्दस्त विवाद हुआ था. साथ ही विगत एक वर्ष से उनके और विरोधी गुट के बीच लगातार संघर्षवाली स्थिति बनी हुई थी. जिसके पश्चात गत रोज डिवरे की निर्ममता के साथ हत्या कर दी गई. जिससे पूरे जिले में जबर्दस्त हडकंप व्याप्त है.