यवतमाल

आरक्षण के लिए आत्महत्या नहीं, संघर्ष करें मराठा समाज बंधु

मनोज जरांगे का आंदोलनकारियों से संवाद

* 14 को अंतरवाली सराटी में विशाल सभा का आयोजन
यवतमाल/दि.2– सभी समाज के नागरिकों को लगता है कि, मराठा समाज को आरक्षण दिया जाए. आरक्षण के लिए हम संवैधानिक पद्धति से आंदोलन की भूमिका लेेंगे. लेकिन आरक्षण पाने के लिए किसी भी मराठा समाजबंधु आत्महत्या करने की जरूरत नहीं. संघर्ष करना सीखो, यह आह्वान जालना जिले के अंतरवाली सराटी से बेमियादी अनशन के माध्यम से सरकार को झूकाने वाले मनोज जरांगे-पाटिल नेे किया. शेंबालपिंप्री में रविवार को आयोजित सभा में वे बोल रहे थे.उन्होंने आगे कहा कि, आप सभी मुझे समाज के आरक्षण के लिए शुरु संघर्ष में साथ दें, मराठा बंधुओं को आरक्षण दिलाए बगैर मैं चूप नहीं रहूंगा. राज्य के मराठा समाज को आरक्षण से दूर रखने के सरकार षडयंत्र को मेैंने विफल कर दिया है. शिंदे सरकार को आरक्षण के लिए 40 दिनों का अवधि दिया है, यह अवधि 24 अक्टूबर को पूरी होगी. सरकार को राज्य के मराठा समाज की एकता दिखाने के लिए 14 अक्टूबर को अंतरवाली सराटी में विशाल आरक्षण सभा का आयोजन किया है. इस सभा में राज्य के सभी क्षेत्र से समाजबंधुओं ने उपस्थित रहना जरूरी है. इस दौरान कोई हिंसा या अनुचित घटना नहीं होगी. इस बारे में आश्वस्त करता हूं, ऐसा जरांगे पाटिल ने कहा. महागांव तहसील के पोहंडूल के आंदोलनकारियों से उन्होंने वीडियो कॉलिंग द्वारा संवाद किया. जल्द ही यवतमाल जिले के अन्य क्षेत्र में आरक्षण दौरा करने की बात उन्होंने कही. यह संवाद मराठा सेवा संघ महागांव तहसील सचिव अमोल जगताप के माध्यम से किया गया. इस समय मंच पर मराठा सेवा संघ के अमरावती विभागीय अध्यक्ष दिगंबर जगताप, संभाजी ब्रिगेड के प्रदेश कार्याध्यक्ष सुधीर देशमुख, संभाजीनगर के शिव व्याख्याता प्रदीप सालुंके, गणेश पागिरे, संग्राम देशमुख उपस्थित थे.

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