महाराष्ट्रयवतमाल

बेटी होने पर प्रसूता को जिंदा जलाया

ननद ने ऑईल छिडककर लगा दी आग

12 दिन की बच्ची का मातृत्व सुख छिना

यवतमाल जिले के दातपाडी गांव की घटना

मृतका को पांच वर्ष का बेटा भी है

यवतमाल/दि.19- जिले की पांढरकवडा तहसील अंतर्गत दातपाडी गांव में बेटी होने से नाराज होकर एक नवप्रसूता महिला को उसकी ननद ने ऑईल छिडककर जिंदा जला दिया. जिसमें नवप्रसूता की बुरी तरह झूलसकर मौत हो गई. सबसे विशेष उल्लेखनीय बात यह है कि, इस महिला को इससे पहले एक बेटा हुआ था, जो अब पांच वर्ष का हो गया है. वहीं दूसरी संतान के रूप में इस महिला ने 12 दिन पहले एक बेटी को जन्म दिया. किंतु इस घटना के चलते इन दोनों ही बच्चों के सिर से मां का साया हट गया है.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक मोनिका नामक युवती का विवाह 6 वर्ष पूर्व दातपाडी गांव निवासी गणेश पवार के साथ हुआ था और यह दम्पत्ति राजी-खुशी अपना वैवाहिक जीवन जी रहे थे. पांच वर्ष पूर्व मोनिका को बेटा हुआ था. जिसका नाम प्रवेश रखा गया. वहीं बारह दिन पूर्व मोनिका ने एक प्यारी सी बच्ची को जन्म दिया. गणेश पवार की बहन यानी मोनिका की ननद कांता संजय राठोड का कुछ अरसा पहले विवाह हो गया था. किंतु ससुराल में पटरी नहीं बैठने की वजह से कांता ने अपने पति से तलाक ले लिया और वह मायके आकर रहने लगी. जहां पर उसका अपनी भाभी मोनिका से हमेशा ही किसी न किसी बात को लेकर झगडा हुआ करता था. जिसके बारे में मोनिका ने अपनी चचेरी बहन आशा सुनील राठोड को भी जानकारी दी थी. लेकिन परिवार में पति, सास, ससुर तथा जेठ-जेठानी का व्यवहार काफी अच्छा रहने के चलते मोनिका ने कभी अपनी ननद के व्यवहार को लेकर कोई शिकायत नहीं की. बल्कि वह उसके व्यवहार की अनदेखी किया करती थी. विगत 8 जुलाई की शाम 5 बजे आशा राठोड को उनकी ननद माया पवार (बारातांडा) ने फोन पर जानकारी दी कि, मोनिका दोपहर में अपने घर पर जल गई है और उसके परिजनों ने उसे सेवाग्राम के अस्पताल में भरती कराया. जिसके बाद 9 जुलाई को आशा अपने पति सुनील राठोड के साथ सेवाग्राम अस्पताल पहुंची. जहां पर मोनिक की मां ललीता राठोड सहित दोनों पक्ष के परिजन उपस्थित थे. इस समय जब आशा राठोड ने अपने पति के साथ वॉर्ड के भीतर जाकर मोनिका से मुलाकात की, तब मोनिका ने पुरा वाकया सुनाया. जिसके मुताबिक दूसरी बेटी होने पर घर में सभी लोग खुश थे. किंतु ननद कांता राठोड ने बेटी होने पर नाराजगी के साथ ही गुस्सा जताया था. 8 जुलाई को मोनिका जब बाथरूम की ओर गई, तो कांता पहले से बाथरूम के पास खडी थी और मोनिका जैसे ही बाथरूम के बाहर निकली, तो कांता ने अचानक पीठ के पीछे से उस पर ऑईल उंढेला और माचिस जलाकर उसे आग लगा दी. मोनिका द्वारा दिये गये इस मृत्युपूर्व बयान के आधार पर पांढरकवडा पुलिस ने कांता संजय राठोड के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है. मामले की जांच एपीआय भारत चापाईतकर द्वारा की जा रही है.

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