सांसद भावना गवली लापता! खोजकर लाओ, इनाम पाओ
वाशिम-यवतमाल संसदीय क्षेत्र में जगह-जगह लगे बैनर व फ्लेक्स
* छह माह से सांसद गवली नहीं दिखी सार्वजनिक कार्यक्रमों में
यवतमाल/दि.23– अपने निर्वाचन क्षेत्र में 27 सितंबर 2021 को सांसद भावना गवली आखरी बार मतदाताओं को दिखाई दी थी. जिसके पश्चात महज तीन-चार दिन के भीतर उन्हें ईडी की ओर से पहला समन्स मिला. साथ ही पार्टी प्रमुख उध्दव ठाकरे ने भी उनसे मुंबई के वर्षा बंगले पर मिलने से मना कर दिया, तब से सांसद भावना गवली कहीं पर भी सार्वजनिक रूप से दिखाई नहीं दी और वे विगत करीब 6 माह से लगातार लापता है. ऐसे में अगर कोई सांसद भावना गवली को खोजकर लाता है, तो उसे वाशिम-यवतमाल संसदीय क्षेत्र की जनता द्वारा इनाम दिया जायेगा. इस आशय के बैनर व पोस्टर इस समय वाशिम-यवतमाल निर्वाचन क्षेत्र में जगह-जगह पर लगे हुए है.
निर्वाचन क्षेत्र में प्रमुख स्थानों पर लगाये गये बैनर व पोस्टर में कहा गया है कि, महज 25 वर्ष की आयु में सांसद बननेवाली भावना गवली ने सन 1999 में वाशिम संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस के अनंतराव देशमुख, सन 2004 में राकांपा के मनोहर नाईक, वाशिम-यवतमाल संसदीय निर्वाचन क्षेत्र से सन 2009 में कांग्रेस के हरिभाउ राठोड, सन 2014 में कांग्रेस के शिवाजीराव मोघे तथा सन 2019 में कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष माणिकराव ठाकरे जैसे दिग्गज नेताओं को पराजीत किया था. साथ ही सन 2014 व 2019 के चुनाव में क्षेत्र के मतदाताओं ने युती प्रत्याशी के तौर पर भावना गवली को पीएम मोदी के हाथ मजबूत करने के लिए चुना था. किंतु अब पता चला है कि, भावना गवली ने काफी बडे पैमाने पर आर्थिक गडबडियां की है. जिसमें उनके नजदिकी माने जाते सईद खान को ईडी ने मुंबई में गिरफ्तार किया. साथ ही खुद सांसद भावना गवली को ईडी की ओर से चार बार नोटीस जारी की जा चुकी है. ऐसे में विगत छह माह से भावना गवली अपने निर्वाचन क्षेत्र में कहीं पर भी दिखाई नहीं दी. वहीं इन दिनों शिवसेना ने विदर्भ व मराठवाडा में शिवसंपर्क अभियान शुरू किया है. किंतु इस अभियान से भी सांसद भावना गवली दूरी बनाये हुए है. ऐसे में वाशिम-यवतमाल निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा द्वारा ‘हमारी सांसद लापता है’ और ‘सांसद दिखाओ-इनाम पाओ’ लिखे हुए बैनर जगह-जगह पर लगा दिये है. जो इस समय चर्चा का विषय बने हुए है.