बंदूक की नोक पर मुखबीर का अपहरण कर पिटाई
यवतमाल/दि.25 – यवतमाल शहर में अपराधियों के हौसले काफी अधिक बढ गए है. यहीं वजह है कि, हमेशा कार्रवाई करने वाले और अपराधियों की जानकारी तुरंत निकालकर गिरफ्तार करने वाले पुलिस सिपाही को जान से मार देने की भाषा का प्रयोग अपराधियों द्बारा किया जाने लगा है. विगत सोमवार की रात शहर पुलिस थाने में कार्यरत पुलिस सिपाही के भरोसेमंद मुखबीर को बंदूक की धाक दिखाते हुए उठाकर अपराधियों द्बारा उसके साथ बेदम मारपीट करने और उससे खबर निकलवाने वाले पुलिस कर्मी का अता-पता पूछने का मामला सामने आया है. इस घटना के चलते यवतमाल पुलिस विभाग में काफी हडकंप व्याप्त है. जिसकी ओर खूद पुलिस अधीक्षक डॉ. पवन बनसोड काफी गंभीरतापूर्वक ध्यान दे रहे है.
जानकारी के मुताबिक शहर पुलिस स्टेशन का कामकाज इस समय केवल एक सिपाही द्बारा निकाली जाने वाली जानकारियों के दम पर चल रहा है. डायल 112 के लिए काम करने वाले एक सिपाही ने बेहद कम समय के भीतर शहर में अपने मुखबीरों का मजबूत नेटवर्क तैयार किया है. इसके चलते उसके पास विभिन्न इलाकों में रहने वाले अपराधियों व उनकी गतिविधियों की जानकारी तुरंत पहुंच जाती है. जिसके आधार पर शहर पुलिस स्टेशन द्बारा अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है. इससे चिढे हुए अपराधिक गिरोह ने अब उस पुलिस सिपाही को रास्ते से हटाने की योजना बनानी शुरु की है. जिसके तहत उस पुलिस सिपाही के नेटवर्क को कमजोर करने के लिए उसके भरोसेमंद मुकबीर रहने वाले सूरज नामक युवक को वंजारी फैल क्षेत्र से उठाया गया. जिससे पहले काफी मीठी-मीठी बातें की गई और फिर उसके साथ करीब आधे घंटे तक जमकर मारपीट की गई. मारपीट करने वाले 10 लोगों में से 5 लोगों के पास देशी कट्टा था और उन 5 लोगों ने देशी कट्टे का धाक दिखाकर कहा कि, वह जिस पुलिस सिपाही को खबर देता है, अगर उसका नाम-पता नहीं बताया, तो उसे गोली मार दी जाएगी. जिसके बाद सूरज ने इधर-उधर की जानकारी देते हुए जैसे-तैसे खुद को उन लोगों के कब्जे से छूडाया और फिर पुलिस के पास पहुंचकर पूरे मामले की जानकारी दी.