अब जंगल में आग लगाई तो सीधे जेल जाना पडेगा
एक वर्ष तक कारावास व 5 हजार रुपए जुर्माने का प्रावधान
यवतमाल/ दि.7 – वनसंपदा से सराबोर रहने वाले पांढरकवडा तहसील के जंगल में गर्मी के वक्त आग लगने की घटना बडे पैमाने पर देखने को मिलती है. इसके कारण वन्य प्राणी भी खतरे में आ जाते है. मगर जंगल में लगने वाली आग पर नियंत्रण पाने के लिए अब वन विभाग ने कमर कस ली है. जंगल में आग लगाने वालों को सीधे कारागृह भेजने की तैयारी वन विभाग ने की है.
पांढरकवडा वन विभाग के सभी क्षेत्र में फरवरी से जून के बीच आग से वनसंपत्ति की रक्षा करने के लिए योजना तैयार की है. वन कर्मचारियों को जागते रहो की सूचना दी गई है. वन क्षेत्र में पानी की व्यवस्था ब्लोअर मशीन का उपयोग, अग्नीरक्षक और रात-दिन आग लगने वाले क्षेत्र में पेट्रोलिंग आदि बातों का समावेश है. आग नियंत्रण के लिए एक्शन प्लान तैयार किया गया है. वन संपदा का नुकसान टालने के लिए जागरुक नागरिक सामने आये, ऐसा आह्वान किया गया है. वन क्षेत्र के पास खेत में काम करते समय कचरा जलाया जाता है. घास अच्छा हो इसके लिए आग लगाई जाती है. वन से गुजरते समय बीडी, सिगरेट फेंकी जाती है. इसके कारण आग लगकर भारी नुकसान होता है. इससे पह ले भी इस क्षेत्र में कई घटनाएं उजागर हुई है. वन कर्मचारियों को सतर्क रहने का आदेश दिया गया है.
सजा का प्रावधान
आरक्षित वन में आग लगाई. या जलती हुई वस्तुएं छोटी तो एक वर्ष कारावास और 5 हजार रुपए जुर्माने की सजा हो सकती है. जनता आग पर नियंत्रण पाने के लिए वन विभाग का सहयोग करे, ऐसी सूचना वन विभाग के टोल फ्री क्रमांक 1926 पर दें, ऐसा आह्वान वन विभाग व्दारा किया गया है.