यवतमाल

2 हजार किमी महामार्ग की सुरक्षा के लिए सिर्फ 434 पुलिसकर्मी

जल्द ही समृद्धी मार्ग भी किया जाएगा शुरु

  • महामार्ग की सुरक्षा को लेकर उठाए जा रहे प्रश्न

यवतमाल/प्रतिनिधि दि.८ – राष्ट्रीय महामार्ग पर अपराधों व दुघर्टनाओं पर अंकुश लगाने की जवाबदारी महामार्ग पुलिस की होती है. विदर्भ के 2 हजार किमी लंबे महामार्ग की सुरक्षा की जवाबदारी केवल 434 पुलिसकर्मियों के भरोसे पर ही है. जिसमें इतने बडे महामार्ग की सुरक्षा को लेकर प्रश्न उठाए जा रहे है. इतने कम पुलिसकर्मी महामार्ग की सुरक्षा किस प्रकार करेंगे यह भी प्रश्न उत्पन्न हो रहा है. पहले से ही राष्ट्रीय महामार्गो पर अपराधों की संख्या बढी है. जिसमें तस्करी का प्रमाण अधिक है. राष्ट्रीय महामार्ग क्रं. 7 से हर रोज पशुओं से भरे 100 ट्रक पास होते है साथ ही अनेक वाहनों में गुटका, गांजा जैसे नशीले पदार्थो की भी तस्करी की जाती है. इतना ही नहीं अवैध रेत की ढुलाई भी महामार्ग से की जाती है.
तस्करी के अलावा महामार्ग पर दुघर्टनाएं भी होती रहती है. दुघर्टनाओं में घायलों को अस्पताल तक पहुंचाना उन्हें तत्काल स्वास्थ्य सेवा प्रदान करवाना यह सभी जवाबदारियां महामार्ग पर तैनात पुलिसकर्मियों की होती है. किंतु महामार्ग की लंबाई की तुलना में पुलिसकर्मी कम है. 2 हजार किमी के महामार्ग की सुरक्षा के लिए मात्र 434 पुलिसकर्मी ही महामार्ग पर तैनात है. महामार्ग पुलिस की स्वतंत्र आस्थापना भी नहीं है. जिला पुलिस पथक से 5 वर्ष के लिए यहां पर पुलिस अधिकारियों की नियुक्ति की जाती है.
विदर्भ के महामार्ग की सुरक्षा की जवाबदारी इन 434 पुलिसकर्मियों के भरोसे पर है. इस महामार्ग की लंबाई 2 हजार किमी है इसके अलावा जल्द ही नागपुर, मुंबई शिवसेना प्रमुख बालासाहब ठाकरे समृद्धी महामार्ग भी शुरु होने वाला है. इस महामार्ग की जवाबदारी भी महामार्ग पुलिस के भरोसे पर रहेगी. इतनी कम संख्या में पुलिसकर्मी महामार्ग की सुरक्षा किस प्रकार करेंगे ऐसा प्रश्न उपस्थित किया जा रहा है.
विदर्भ के महामार्ग की सुरक्षा कर रहे पुलिसकर्मियों के पास 23 दुपिहया व 37 फोरव्हीलर वाहन ऐसे कुल मिलाकर 61 वाहन है. एएसपी, उपनिरीक्षक, दो पुलिस निरीक्षक, 31 एपीआय, 23 एएसआय, 86 जमादार, 290 पुलिसकर्मियों सहित 434 पुलिसकर्मी यहां तैनात है. इस महामार्ग के लिए केवल एक एम्बुलेंस है. महामार्ग पर कार्यरत कितने पुलिसकर्मी है उनके पास किस प्रकार की सुविधाएं है, कितने वाहन है इन सब की जानकारी सूचना अधिकार कार्यकर्ता द्बारा प्राप्त की गई है.

  • विदर्भ में 19 महामार्ग पथक

विदर्भ में नागपुर महामार्ग पुलिस अधीक्षक के कार्यक्षेत्र में 19 पुलिस पथक का समावेश है. 2 हजार किमी इस महामार्ग की सीमा अंतर्गत एएसपी का कार्यक्षेत्र नांदेड जिले के देगलुर, छत्तीसगढ की सीमा पर स्थित गोंदिया जिले में 569 किमी तक है. रामटेक (कांद्री चेकपोस्ट) से मलकापुर (जिला बुलढाणा) की सीमा 511 केलवद (जि.नागपुर) से देवडा चेकपोस्ट (जि.चंद्रपुर) सीमा 394 तथा नागपुर से सीमा 482 किमी इतनी है.

  • महामार्ग पर 10 पुलिसकर्मियों की मौत

महामार्ग पर कार्यरत 2017 से 2020 वर्ष की कालावधि में 10 पुलिसकर्मियों की मौत हो चुकी है. चार वर्ष की कालावधि में विविध वाहनों की 6036 दुघर्टनाएं हो चुकी है. इन दुर्घटनाओं में 4993 लोगों की मौत हो चुकी है. पिछले चार वर्षो में दुघर्टनाओं में मरने वालों की सर्वाधिक संख्या 1654 है.

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