यवतमाल

जोरजबर्दस्ती युवक को जहर पिलकर की हत्या

आत्महत्या का किया दिखावा

पिता और बडा भाई गिरफ्तार                                                                      विवाद और संजय के व्यसन के कारण निकाला कांटा
यवतमाल-दि.26  आर्णी तहसील के आमणी गांव में पिता और बडे भाई ने छोटे भाई को जोरजबर्दस्ती जहर पिलाकर हत्या कर डाली. इसके बाद संजय चव्हाण ने आत्महत्या की, ऐसा दिखावा किया. इस मामले में पुलिस ने पिता सेवादास चव्हाण और बडे भाई रामेश्वर चव्हाण को गिरफ्तार कर लिया. दोनों पिता, पुत्र आरोपियों ने संजय के विवाद और शराब की नशे की वजह से उसका कांटा हटाया, ऐसा अपराध कबुल कर लिया है.
संजय सेवादास चव्हाण (32) यह जहर पिलाने के कारण मरने वाले युवक का नाम है. सेवादास लच्छीराम चव्हाण (60) और रामेश्वर सेवादास चव्हाण (34) यह गिरफ्तार किये गए दोनों पिता, पुत्र का नाम है. संजय चव्हाण हमेशा घर में विवाद करता था. 23 अगस्त को वह घर से निकल गया था. इसके बाद उसी दिन पिता सेवादास ने बडे बेटे रामेश्वर से कहा कि, तेरा छोटा भाई आया नहीं. इस वजह से गजानन चव्हाण के साथ संजय को खोजने के लिए जाने की बात बताई. इसके बाद संजय खेत के नहर में पडा होने की बात बताई गई. इस वजह से रामेश्वर गांव का ऑटो रिक्षा लेकर खेत में गया. पिता, पुत्र रामेश्वर, गजानन चव्हाण ने संजय को तत्काल आर्णी के ग्रामीण अस्पताल में लाया. मगर जांच के बाद डॉक्टर ने उसे मृत घोषित किया.
इस बीच संजय हमेशा ज्यादा बारिश होने के कारण फसल खराब हो गई, कर्ज कैसे अदा करेंगे, ऐसा कहते हुए आत्महत्या करने का विचार करता था, ऐसा शिकायतकर्ता रामेश्वर चव्हाण ने पुलिस को जानकारी दी, मगर पुलिस को संदेह हुआ और संजय के मुंह से जहर पीने जैसी बदबू आ रही थी, ऐसा डॉक्टर ने बताया. पुलिस ने शुरुआत में आकस्मिक मौत का मामला दर्ज किया. इसके बाद मौके पर पहुंचकर तहकीकात की. इसके बाद संजय की पत्नी कविता ने शिकायत दी.
पुलिस ने आमणी के पुलिस पटेल के लिखित बयान लिये. घटनास्थल के बाजू में खेत पडोसी निर्मलाबाई भोयर के बयान भी लिये. स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुनील भवरे ने संजय की मौत जहरीली दवा पीने से नहीं हुई बल्कि उसका गला घोटकर हत्या की, ऐसा अनुमान बताया. प्राथमिक जांच से पहले ही संदेह व्यक्त किये जाने पर पुलिस ने तत्काल संजय के पिता सेवादास और बडे भाई रामेश्वर को विश्वास में लेकर कडी पूछताछ शुरु की. इस दौरान चौकाने वाली सच्चाई सामने आयी. दोनों ने उनके पास साडे सात एकड खेती होने और उसमें से दो एकड खेती संजय के नाम पर होने की बात बताई. उसी तरह संजय को शराब पीने की लत थी. उसकी इस लत के कारण हमेशा विवाद होते थे, ऐसा कबुल किया. संजय को खेत बेचना था, जिसके कारण विवाद और अधिक बढ गए थे. विवाद और उसके व्यसन की वजह से संजय का काटा हटाया, ऐसा अपराध दोनों ने कबुल कर लिया.

ईट से मारा, जबरदस्ती जहर पिलाया
संजय के पिता सेवादास और बडे भाई रामेश्वर ने पुलिस के समक्ष संजय को पहले ईट फेंककर मारा, मगर संजय ने ईट चुका दी. संजय की हमेशा की झंझट मिटाने के लिए दोनों ने ही किशोर आडे के खेत के मेढ पर सेवादास ने संजय के गले में दुपट्टा डालकर उसे नीचे गिराया. उसके बाद रामेश्वर को वहां बुलाया. रामेश्वर ने संजय के दोनों हाथ पकडकर रखा और सेवादास ने खेत के गोठे में रखी जहरीली दवा का डिब्बा लाया. इसके बाद जोरजबर्दस्ती संजय का मुुंह खोलकर उसे जहर पिलाया. उसके बाद संजय का गला घोटा. पुलिस ने इस मामले में सेवादास व रामेश्वर को गिरफ्तार कर लिया है. हेडकाँस्टेबल देवानंद मुनेश्वर की शिकायत पर दोनों के खिलाफ दफा 302, 34 के तहत अपराध दर्ज कर कार्रवाई शुुरु की है.

 

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