यवतमाल/प्रतिनिधि दि.२४ – बीते सप्ताह भर में जिले में तीन अलग-अलग स्थलों पर पुलिस(Police) कर्मचारियों पर हमले की घटनाएं सामने आयी है.यवतमाल(Yavtmal) ग्रामीण पुलिस थाना क्षेत्र में दो जगह और बाभुलगांव थाना क्षेत्र में एक जगह पर यह घटना सामने आयी है. हमले की वारदातों से पुलिस की सुरक्षा पर भी सवालियां निशान खड़े हो गये है. मिली जानकारी के अनुसार मोटर साइकिल बाजू में लेने की बात कहने पर संतप्त शराबी युवक ने दो पुलिस कर्मचारियों के साथ मारपीट की. इतना ही नहीं तो जमादार की वर्दी भी फाड़ डाली.
यह घटना बीते शुक्रवार को यवतमाल के हिवरी गांव में सामने आयी. यवतमाल ग्रामीण पुलिस के जमादार सुरेश झोटिंग और सिपाही खुशहाल राठोड दोनों हिवरी में एक मामले की जांच करने के लिए गये थे. वहां से लौटते समय रास्ते में खड़े हिवरी निवासी २६ वर्षीय युवक विशाल गुरूभेले को मोटर साइकिल बाजू में लगाने की बात कही तो जिससे गुस्से में आकर आरोपी ने पुलिस कर्मियों के साथ गाली गलौच की और मारपीट की. इस दौरान जमादार झोटिंग की वर्दी को भी विशाल ने फाड़ दिया. जमादार झोटिंग व सिपाही राठोड ने आरोपी को हिरासत में लिया. विशाल के खिलाफ अपराध दर्ज कर उसे न्यायालय मेें पेश किया गया. जहां न्यायालय ने उसे दो दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया है. इसी तरह का वाक्या बाभुलगांव में भी घटित हुआ. दुर्घटनाग्रस्त वाहन लेकर जा रहे पुलिस कर्मचारी प्रवीण खंडारे को यवतमाल के कुख्यात बदमाश अक्षय राठोड और उसके गिरोह के ७ लोगों ने मारपीट की.बाभुलगांव बसस्टॉप परिसर पर खड़े रहनेवाले नितिन मांगुलकर का मोबाइल छीन कर फेंक दिया गया.
इस घटना के बाद अक्षय राठोड, अक्षय गायगोले, आशीष दांडेकर, वैभव जांभुलकर न चारों को पुलिस ने हिरासत में लिया वहीं अन्य चार आरोपी भागने में कामयाब हो गये. चारों आरोपियों को न्यायालय ने पुलिस रिमांड में भेज दिया है. यवतमाल ग्रामीण पुलिस थाने का एक दल बीते बुधवार को जोड़मोहा के जुआ अड्डे पर छापामार कार्रवाई करने गया था. इस दौरान दल के जमादार सुरेश डाखोरे, शिवाजी पाटिल और होमगार्ड दल के दो जवानों को आरोपी पंकज राठोड,सुनील राठोड, देवानंद चव्हाण, जवाहर जाधव और उनके १५ साथियों ने मिलकर मारपीट की. इसके अलावा यवतमाल की ओर जाते समय उनका मार्ग भी रोकने का प्रयास किया गया. सभी आरोपियों के खिलाफ यवतमाल ग्रामीण पुलिस ने अपराध दर्ज किया है. बीते बुधवार, गुरूवार और शुक्रवार को लगातार तीन दिन पुलिस पर हमले की घटनाए सामने आने से पुलिस की सुरक्षा पर भी सवाल उठ रहे है.