* 44 लाख किसानों पर गाज गिरने से की संभावना
यवतमाल/ दि.29-बिजली वितरण कंपनी पर बिल बकाया बढता ही जा रहा है. 44 लाख किसान व ग्राहकों पर रहने वाला बकाया 73 हजार करोड के आसपास चला गया है. इसमें भी कृषि धारकों पर सबसे ज्यादा 45 हजार करोड रुपए बकाया है. अमरावती परिमंडल के ढाई लाख किसानों का इसमें समावेश है.
बता दें कि, बिजली वितरण कंपनी के प्रबंधकीय संचालक विजय सिंघल ने कंपनी के कर्मचारियों को बकाया वसूली की स्पष्ट सूचनाएं दी है. बकाया वसूली पर भी बिजली कंपनी का अस्तित्व टीका हुआ है. इसलिए बिजली वितरण कंपनी के कर्मचारियों ने सीधे-सीधे कार्रवाई करने की मुहिम आरंभ की है. बकायादार ग्राहकों से बिजली बिल की वसूली की जा रही है. बिल नहीं भरने वाले ग्राहकों की बिजली भी काटी जा रही है. जिसका सबसे ज्यादा खामियाजा सबसे ज्यादा किसानों को भुगतना पड रहा है. कृषि पंप धारकों पर बडी मात्रा में बिजली बिल का बकाया है. जिन ग्राहकों ने अब तक कृषि पंप के बकाया बिल का भुगतान नहीं किया है. उन ग्राहकों पर सबसे पहले कार्रवाई की जा रही हैं. वहीं जिन किसानों के कृषि पंप के ट्रान्सफार्मर जल चुके है वहां पर बिजली की सहुलियत योजना के लिए प्रथम बकाया भरने की जानकारी दी जा रही है. इसके बाद बिजली कनेक्शन जोडकर दी जा रही है. बिजली वितरण कंपनी को बिजली खरीदनी पड रही है. इसलिए यह रकम देने की बडी चुनौती कंपनी के सामने खडी है. इसके जरिये ही कृषि पंप धारकों पर कार्रवाई की जा रही है.
रबी में बढी दिक्कतें
कृषि पंपों की बकाया रकम का भुगतान नहीं करने पर बिजली काटे जाने से किसानों पर भारी संकट आन पड सकता है. ऐसे में रबी की बुआई करने में किसानों को परेशानियां साबित हो सकती है.