नागपुर/यवतमाल/दि.10 – राज्य परिवहन निगम मंडल व्दारा हडताल कर रहे कर्मचारियों पर कार्रवाई करना शुरु कर दिया गया है. जिसको लेकर रापनि कर्मियाेंं मे रोष व्याप्त है. राज्य भर के 376 हडताली कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है जिसमें विदर्भ के 173 कर्मचारियों का समावेश है. यवतमाल जिले में सर्वाधिक संख्या 57 है तथा वर्धा जिले में 40 कर्मचारियों पर कार्रवाई की गई. वहीं विभाग के छह बसस्थानकों के 18 कर्मचारियों का समावेश है.
राज्य सरकार राज्य परिवहन निगम का विलगीकरण करे इस मांग को लेकर राज्यभर के रापनि कर्मचारी पिछले 13 दिनों से हडताल पर है. न्यायालय के आदेश के पश्चात भी रापनि कर्मचारियों ने अपनी हडताल जारी रखी और वे काम पर नहीं लौटे. सभी बसस्थानकों में धीरे-धीरे हडताल करने वाले कर्मचारियों की संख्या बढती चली गई. सोमवार को शासन निर्णय के पश्चात भी हडताल जारी रही और राज्य के सभी स्थानक बंद रहे. जिसको लेकर रापनि व्दारा कार्रवाई का अभियान शुरु किया गया.
विदर्भ के नागपुर, यवतमाल, भंडारा, चंद्रपुर, गडचिरोली, वर्धा सहित छह संभाग के रापनि कर्मियों को बडी संख्या में निलंबित किया गया. यह आंकडा और भी बढने की जानकारी प्राप्त हुई है. निलंबन की कार्रवाई किए जाने पर रापनि कर्मियों में रोष व्याप्त है. वर्धा विभाग के हिंगनघाट, पुलगांव, आर्वी बसस्थानक के 10-10 इस प्रकार से 40 कर्मचारियों को निलंबित किया गया.
गडचिरोली विभाग के अहेरी, ब्रम्हपुरी, गडचिरोली बसस्थान के 14 तथा चंद्रपुर विभाग के राजुरा, चंद्रपुर बसस्थानक के 5 विभागीय नियंत्रक कार्यालय के 4 कर्मचारियों का निलंबन किया गया. भंडारा विभाग के तुंमसर, तिरोडा, गोंदिया बसस्थानक के 30 तथा यवतमाल विभाग के पांढरकवडा, रालेगांव, यवतमाल, बसस्थान के 57 तथा नागपुर विभाग के 18 कर्मचारियों पर निलंबन की कार्रवाई की गई.