* 5 हजार किंवटल के बीज किसानों ने खेत परिसर में बोए
यवतमाल/ दि. 23– हर साल खरीफ सीजन में करोडो रूपये इकट्ठा करनेवाले बीज कंपनियों को झटका देने का काम इस वर्ष किसानों ने अपने हाथ में लिया है. खरीफ सीजन में स्वयं के बीज बनाने के लिए किसान आगे बढे है. यह प्रयोग सफल होने से बीज कंपनी को अब झटका लगनेवाला है.
हर साल खरीफ सीजन में बीज कंपनी दो हजार करोड रूपये की कमाई करती है. विशेष बात यह है कि सीड प्लॉट के बीज कम पडने के बाद खुले बाजार से सोयाबीन खरीदकर किसानों के मत्थे मारते है. जिसमें से अनेक किसानों के बीज उंगते नही है. किंतु कंपनी की लाखों की कमाई होती है. जिस वजह से बीज कंपनी मालामाल होती है.
किंतु किसानों को नुकसान का सामना करना पडता है. इस पर जीत हासिल करने के लिए किसानों ने इस साल महत्वपूर्ण कदम उठाया है. सोयाबीन बीजों की समस्या टालने के साथ किसानों ने बीज निर्माण करने पर जोर दिया है. इसमें किसानों ने अपने खेत परिसर में ग्रीष्मकालीन बीजों का रोपण किया है.
ग्रीष्मकाल में इस प्रकार 5 हजार किंवटल के बीज किसानों ने जिले के खेत परिसर में बोए है. जिसके कारण आगामी खरीफ सीजन में किसानों को बाजार से बीज खरीदने की नौबत नहीं आयेगी. किसानों के लाखों रूपये बचेंगे. किसानों ने हाथ में लिए इस नये प्रयोग के कारण बीज कंपनी की पैर के नीचे की धूल खिसक गई है. बीज उत्पादक को जोरदार झटका लगा है. किसानों की ग्रीष्मकालीन सोयाबीन रोपन के प्रयोग से कंपनी के करोडों रूपये का और लाखों का फायदा हाथ से जायेगा.