यवतमाल/ दि. 5– हमलावर शुभम ने शराब के नशे में सोची समझी साजीश के तहत आस्था नामक युवती की पत्थर से ठेचकर बेहरमी के साथ हत्या कर डाली. गुुुरुवार को इस हत्याकांड से यवतमाल शहर दहल गया. शुभम ने पहले माता-पिता को मैसेज किया, इसके बाद आस्था को मार डाला. इतना ही नहीं तो ब्लेड से खुद की हाथ की नस व गले पर वार कर गंभीर रुप से घायल कर आत्महत्या का प्रयास किया.
नराधमी शुभम ने माता-पिता के साथ उसके बहन को ‘मला माफ करा’ ऐसा मेैसेज मोबाइल पर भेजकर आस्था की बेहरमी से पत्थर से ठेचकर हत्या कर डाली. उसके बाद खुद के हाथ की नस और गला भी काटकर आत्महत्या का प्रयास किया. शुभम खुन से लतपथ अवस्था में पडे होने की जानकारी मिलते ही पोलिस वक्त पर पहुंची. उसे अस्पताल में भर्ती किया गया. समय पर इलाज मिलने के कारण शुभम की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है.
आस्था सुरेश तुमडे (18, गुरुकृपा सोसायटी, पुराना उमरसरा) यह हमले में मरने वाली युवती का नाम है. शुभम अशोक बकाल (23, शिंदे नगर) यह हमला कर हत्या करने वाले आरोपी का नाम है. बताया जाता है कि , दोनों के बीच पिछले दो वर्षों से प्रेम संबंध थे, ऐसी जानकारी पुलिस की तहकीकात में उजागर हुई. शुभम आस्था से जान से भी ज्यादा प्यार करता था. वह एक सुतगिरणी में मजदूरी का काम करता था. गुरुवार की सुबह घर से निकलते समय काम पर जाने की बात बताई. आस्था पोस्ट ऑफिस में छात्रावृत्ति का आवेदन भरने के लिए गई थी.
यहां के मुख्य डाकघर कार्यालय से शुभम ने आस्था को अपने साथ ले लिया. इस समय शुभम के मन में क्या खिचडी पक रही है, इसका आस्था को अनुमान भी नहीं था. आस्था की हत्या करने के बाद शुभम ने खुद का गला काट लिया. उसपर वसंतराव नाईक शासकीय मेडकल कॉलेज के नाक, कान, गला विभाग में इलाज शुरु है. यहां के सहायक प्रा.डॉ.अनिकेत बुचे ने शुभम का स्वास्थ्य खतरे से बाहर बताया. आरोपी शुभम की तबीयत ठिक होने के बाद उसे गिरफ्तार किया जाएगा, ऐसा लोहारा की थानेदार दीपमाला भेंडे ने बताया.
मजदूर होने के बाद भी प्रेमिका पर खर्च
शुभम ने आस्था की हत्या करने से पहले वॉट्स एप पर ‘आई, बाबा, ताई मला माफ करा’ ऐसा भावनिक पोस्ट किया. इसके बाद हत्याकांड को अंजाम दिया. शुभम सुतगिरणी में मजदूरी करता था. काफी रुपए आस्था पर खर्च करता था. बचे रुपए घर पर देता था. उसकी घर की स्थिति भी कमजोर है. ऐसे में उसने घातक कदम क्यों उठाया, इसकी तहकीकात पुलिस कर रही है.