* 10 दिन बाद पर्दाफाश, यवतमाल के चौसाला जंगल की घटना
यवतमाल/ दि. 1– गलत राह पर निकले बेटे की आदत सुधरने का नाम नहीं ले रही. जिसके कारण निराश हुई मां ने ही बेटे की हत्या की 5 लाख रूपए की सुपारी दे दी. इसके लिए बेटे के मौसा, मौसी और मौसेरे भाई की सहायता ली. दो लोगों ने 2 हजार रूपए एडवांस लेकर बेटे को चौसाला के जंगल में ले गए. वहां गला घोटा और लाठी का प्रहार किया. यह 20 अप्रैल को घटना घटी. इसका रविवार के दिन पर्दाफाश हुआ. लोहारा पुलिस ने अपराध में शामिल मृतक योगेश देशमुख की मां समेत 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.
योगेश विजय देशमुख (25, नेरपिंगलाई, तह. मोर्शी) यह हमले में मरनेवाले युवक का नाम है. इस मामले में पुलिस ने इसकी मां वंदना विजय देशमुख, मौसी उषा मनोहर चौधरी, मौसा मनोहर चौधरी, मौसेरा भाई लखन चौधरी (देवीनगर, यवतमाल) को गिरफ्तार करने के साथ ही सुपारी लेकर योगेश की हत्या करनेवाले विक्की भगत, राहुल पठाडे (देवीनगर, लोहारा) को भी गिरफ्तार किया है. बेेटे से भयंकर परेशान हो गई. उससे त्रस्त होकर घातक कदम उठाना पडा. ऐसा उसकी मां ने पुलिस को बताया. बेटे को उनके गांव से यवतमाल भेजा वह मामा के यहां कुछ दिन रहा. इस बीच मां वंदना ने बहन उषा चौधरी के घर जाकर योगेश की हत्या का जाल बिछाया. 5 लाख रूपए में हत्या करने की सुपारी देने का तय किया गया. उसमें से 2 हजार रूपए एडवांस दिए गए.
विक्की भगत और राहुल पठाडे यह दोनों ने योगेश को 20 अप्रैल के दिन चौसाला के जंगल में ले जाकर हत्या की. दोनों ने पहले योगेश का गला घोटा. इसके बाद लाठी से उसके सिर पर प्रहार किया. पुलिस घटनास्थल पहुंची उस समय योगेश की लाश सडीगली अवस्था में थी. उसकी जेब में डॉक्टर की परची मिली. उस पर योगेश की मां का नाम और संपर्क नंबर का उल्लेख था. जिसके आधार पर लोहारा पुलिस ने उस लाश की शिनाख्त की और तहकीकात शुरू की. इस मामले में योगेश के मामा प्रफुल्ल वानखेडे (बांगर नगर) ने दी शिकायत के आधार पर 6 लोगों के खिलाफ षडयंत्र रचकर हत्या करने का अपराध दर्ज किया. थानेदार दीपमाला भेंडे, पुलिस उपनिरीक्षक सारिक फुसे, कास्टेबल श्याम पांढरकर, संतोष आत्राम, जयंत ब्राम्हणकर, दिलीप सावले, नितिन गजभार ने तहकीकात पूरी कर आरोपियों को गिरफ्तार किया.
* सुपारी के रूपए को लेकर मामला उजागर
योगेश की हत्या के बाद सुपारी लेनेवाले विक्की और राहुल ने 5 लाख रूपए की मांग को लेकर दबाब बनाना शुरू किया. रूपए देने के लिए योगेश की मां और मौसी पर दबाब बनाने लगे. प्रतिसाद नहीं मिल रहा था. इस पर 29 अप्रैल के दिन विक्की भगत ने डायल 112 पर फोन कर चौसाला के जंगल में लाश पडी है, ऐसी जानकारी दी. जिसके कारण यह मामले का पर्दाफाश हुआ.