यवतमाल

लता दीदी के विरह मेें दो सहेलियों ने त्यागे प्राण

यवतमाल /दि.8– रविवार को भारतरत्न लता मंगेशकर के निधन की खबर टीवी पर सुनते ही यवतमाल जिले की पुसद तहसील के म्हैसमाल गांव की दो सहेलियों ने उनके विरह में प्राण त्याग दिए. दोनों लता दीदी की जबदस्त फैन थीं तथा उनमें गत 50 वर्षों से मित्रता थी.
मृतकों में चंद्रभागाबाई बेद्रे (83) और सुंदलबाई राठोड (82) का समावेश है. म्हैसलाल में दोनों के घर आमने-सामने हैं, दोनों लता दीदी की प्रशंसक थीं. रेडियों पर लता दीदी के गाने घंटों सुनती थीं. ‘ऐ मेरे वतन के लोगो’ उनका प्रिय गीत था. दोनों के घर आमने-सामने रहने से साथ मिलकर लता दीदी का कोई न कोई गीत सुनना उनका नित्यक्रम था. रविवार की सुबह लता मंगेशकर के निधन का समाचार टीवी पर आते ही दोनों का दिल भर आया. दोनों को बेहद दु:ख हुआ. इसी विरह में रविवार को दोपहर 2 बजे चंद्रभागाबाई का दिल का दौरा पडने से निधन हो गया. यह खबर सुनते ही सुंदलबाई को भी दिल का दौरा पडा. दोपहर 3.30 बजे उनका निधन हो गया. चंद्रभागाबाई बेद्रे के परिवार में 3 बेटे प्रकाश, सुखदेव, सुरेश तथा बेटी शुभद्रा और सुंदलबाई के परिवार में 5 बेटे बाबूसिंह, जयवंत, वसंतराव, पूरणसिंह, अंबादास व 3 बेटियां लीला, शीला, रेणुका हैं.

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