यवतमाल/ दि.16- आज प्रत्येक व्यक्ति के हाथों में स्मार्ट मोबाइल फोन है और मोबाइल फोन व्दारा ही ऑनलाइन व्यवहार किया जा रहा है. आजकल सारे व्यवहार ऑनलाइन किए जाने का फैड बढ रहा है. किंतु ऑनलाइन व्यवहार में धोखा भी हो सकता है, जिसमें ऑनलाइन साहुकारी कर्ज लेते समय सावधानी बरते अन्यथा व्यवहार में फस सकते है. ऑनलाइन कामकाज की वजह से आर्थिक व्यवहार व विविध वस्तुओं की खरीदी-बिक्री सुलभ हुई है पहले बैंक में पैसे निकालने के लिए घंटो लाइन में इंतजार करना पडता था.
विविध अॅप विकसित किए जाने के चलते तत्काल ऑनलाइन पेमेंट की सुविधा उपलब्ध हुई है ऐसे में ऑनलाइन साहुकारी का चलन भी बढा है. सोशल मीडिया, एसएमएस व्दारा कर्ज की लिंक आती है और जिन्हें आर्थिक दिक्कतें है वे ग्राहक कर्ज की लालच में पडकर 5 हजार से 1 लाख रुपए तक का कर्ज ले लेते है. ग्राहकों से आधार कार्ड, बैंक पासबुक, पॅन कार्ड आदि की सविस्तार जानकारी लेकर 5 हजार तक कर्ज लिया जाता है, किंतु उसके ऐवज में लाखों रुपए की वसूली की जाती है. जिसमेें ऑनलाइन साहुकारी कर्ज लेते समय सावधानी बरते अन्यथा नुकसान उठाना पड सकता है ऐसा आवाहन सायबर सेल व्दारा किया गया.