यवतमाल

पत्नी, पत्नी को करीब नौकरी के लिए ‘गडबड घोटाला’

गांव की दुरियां ही बदल डाली, छटनी में उजागर

जिप शिक्षकों के जिला अंतर्गत तबादले में गुरुजियों की खुली पोल
यवतमाल/ दि.17- जिला परिषद शिक्षकों के जिला अंतर्गत तबादले शुरु किये गए हेै. परंतु प्रधानता पाने के लिए कुछ गुुरुजियों ने ‘गडबड घोटाला’ कर डाला. शिक्षक रहने वाले पति, पत्नी को पास-पास तबादला मिलना चाहिए, इसके लिए नकली प्रमाणत्र पेश किये. यह बात उजागर होने के बाद भी वे शिक्षक सीईओ के पास मांग कर रहे हेै.
ऑनलाइन पोर्टल व्दारा यह प्रक्रिया राज्यस्तर पर चलाई जाती है. फिर भी आक्षेप लेने की सुविधा जिला स्तर पर दी गई है. तबादला के लिए पात्र और तबादले का अधिकार प्राप्त, ऐसे 2 हजार शिक्षकों की सूची पोर्टल व्दारा जाहीर की गई हेै. इसमें कई लोगों ने संवर्ग 1 व संवर्ग 2 का लाभ लेने के लिए आवेदन किया है. संवर्ग 1 में विकलांग और गंभीर बीमारी से पीडित शिक्षकों का समावेश है. इसी तरह संवर्ग 2 में पति, पत्नी एकत्रिकरण की सुविधा पाने वाले है.
शिक्षक रहने वाले जिस पति, पत्नी के स्कूल में दूरी 30 किलोमीटर से अधिक है, उन्हें संवर्ग 2 के तबादला प्रक्रिया में प्रधानता दी जा रही है. मगर लाभ लेने के लिए जिस स्कूल की दूरी 25, 26 किलोमीटर है, उन्होंने भी सार्वजनिक निर्माण कार्य विभाग की यंत्रणा से मिलीभगत कर 30 किलोमीटर दूरी का प्रमाणपत्र प्राप्त किया है, ऐसे शिक्षकों के आवेदन पर अन्य शिक्षकों ने आक्षेप लिया तब वह आवेदन शिक्षाधिकारी के स्तर पर जांच के बाद रद्द किये गए, परंतु उन्होंने अब मुख्य कार्यकारी अधिकारी के पास शरण लेना शुरु कर दिया है.
बीडीओ को भी बुलाया
संवर्ग 2 में कई शिक्षकों के आवेदन पर आक्षेप लिया गया. इसके कारण सीईओ डॉ. श्रीकृष्ण पांचाल के कक्ष में शिक्षकों की सुनवाई ली गई. इसके लिए पुसद, दारव्हा, झरी के शिक्षकों के साथ संबंधित गुट शिक्षणाधिकारी को भी सुनवाई के लिए उपस्थित रहने के आदेश शिक्षाधिकारी प्रमोद सूर्यवंशी ने दिये थे.

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