यवतमाल /दि.9- पूरा दिन खेत में काम करने के बाद मां-बेटे अपने घर की ओर वापिस लौट रहे थे. जहां पर मां को अपने पूरे परिवार के लिए भोजन की व्यवस्था भी करनी थी. लेकिन शायद नियती को यह मंजूर नहीं था. क्योंकि अचानक आयी बारिश की वजह से गांव के नाले में बाढ आ गई. जिसमें से अपने बेटे का हाथ पकडकर आगे बढ रही महिला बाढ के पानी में बह गई और उसकी मौत हो गई. यह घटना घाटंजी तहसील अंतर्गत सायतखर्डा गांव में गुरुवार की शाम 7 बजे के आसपास घटित हुई. मृतक महिला की शिनाख्त सुमित्रा भाउराव चौधरी (46) के तौर पर हुई है.
जानकारी के मुताबिक सायतखर्डा निवासी सुमित्रा चौधरी और उसका बेटा भुजंग चौधरी (26) हमेशा की तरह गुरुवार को अपने खेत में काम करने के लिए गए थे. जहां से शाम 7 बजे के आसपास वे घर जाने निकले. उस समय गांव के पास से होकर बहने वाले नाले में घुटने तक पानी था. ऐसे में दोनों मां-बेटे एक-दूसरे का हाथ पकडकर नाला पार कर रहे थे. परंतु उसी समय नाले में पानी का स्तर अचानक बढने के साथ ही पानी का बहाव तेज हो गया और मां-बेटे से एक दूसरे के हाथ छूट गए. साथ ही वे दोनों पानी में बहने लगे. कुछ दूरी पर भुजंग के हाथ में एक पेड की टहनी लगी. जिसे उसने पूरी मजबूती के साथ पकड लिया. जिससे उसकी जान बच गई. लेकिन उसकी आंखों के सामने उसका मां बह गई. पश्चात भुजंग ने नाले से बाहर निकलकर गांव में पहुंचते हुए लोगों को जानकारी दी और गांववासियों ने नाले में काफी दूर तक सुमित्रा चौधरी की तलाश की, तो थोडी दूरी पर सुमित्रा चौधरी का शव बरामद हुआ. घटना की जानकारी मिलते ही तहसील प्रशासन व पारवा पुलिस का दल तुरंत मौके पर पहुंचा. पश्चात पंचनामे व पोस्टमार्टम की प्रक्रिया के बाद शव को चौधरी परिवार के सुपुर्द किया गया.