यवतमाल/प्रतिनिधि दि.२६ – खेत में कपास चुनते समय महिला पर अचानक तेंदुए ने हमला कर दिया. तेंदुए ने महिला के गले को अपने जबडे में जकडकर रखा था. तभी साहसी महिला ने घायल अवस्था में अपने हाथ में रखी कलसी को तेंदुए के सिर पर बुरी तरह से पटका. जिससे सिर फुटने के बाद तेंदुआ जंगल में भाग निकला. यह घटना तहसील के करंजखेड खेत परिसर में सोमवार को सामने आयी. तेंदुए के जबडे से अपनी जान बचाने वाली महिला का नाम वृषाली ठाकरे बताया गया है.
मिली जानकारी के अनुसार सोमवार की सुबह वृषाली ठाकरे करंजखेड गांव में कपास चुनने के लिए खेत में अन्य महिला मजदूरों के साथ गई थी. काम शुरु रहते समय अन्य मजदूर महिलाएं पीने का पानी लाने के लिए कुएं पर गई थी. तभी वृषाली भी कलसी में पानी लाने के लिए गई थी. कलसी में पानी भरकर खेत में लौटते समय वृषाली पर पीठपीछे से तेंदुए ने हमला बोल दिया. अचानक हुए हमले से न घबराते हुए वृषाली ने प्रतिकार किया. वृषाली की गर्दन तेंदुए ने अपने जबडे में पकड रखी थी. किसी भी क्षण में वृषाली की जान जा सकती थी, लेकिन वृषाली ने अपने हाथ की कलसी को उठाकर तेंदूए पर हमला शुरु किया. तीन से चार जोरदार प्रहार तेंदुए के सिर पर बैठने से तेंदुआ तिलमिला गया, लेकिन वृषाली ने तेंदुए पर कलसी के वार जारी रखे. जिसके बाद तेंदुए ने वृषाली की गर्दन को जबडे से बाहर निकालकर जंगल में भाग गया. तेंदुए के साथ हुई मुठभेड में वृषाली के पैर पर गंभीर जख्म भी हुए. उसे उपचार के लिए पुसद में लाया गया.
बता दें कि, परिसर में तेंदुए की दहशत बनी हुई है. दो दिन पहले ही तेंदुए ने एक गाय के बछडे को अपना निवाला बनाया. तेंदुए की दहशत के चलते मजदूर भी खेत में जाने से कतरा रहे है, लेकिन किसान कन्या वृषाली व्दारा दिखाए गए साहसे से सर्वत्र सराहना की जा रही है.