यवतमाल

युवा किसान ने मांगी आत्मदाह की अनुमति

यवतमाल प्रतिनिधि/दि.२३ – राष्ट्रीय महामार्ग के काम की वजह से खेत से पानी बहाकर ले जानेवाली नाली बंद हो गयी और खेत में पानी जमा हो जाने के चलते खेतों में खडी फसल का बडे पैमाने पर नुकसान हुआ. जिसकी ओर बार-बार ध्यान दिलाये जाने के बाद भी प्रशासन द्वारा अनदेखी की जा रही है. इस बात से आहत होकर जिले के एक युवा किसान ने आत्मदाह करने की अनुमति मांगी है. जानकारी के मुताबिक आर्णी तहसील के तरोडा गांव निवासी नयनेश सुनील भोयर के पास ३.५ एकड कृषि भुमि है और उसके खेत से होकर ही राष्ट्रीय महामार्ग क्रमांक ३६१ गुजर रहा है. इस सडक के निर्माण की वजह से खेत से पानी बहाकर ले जानेवाली नाली पूरी तरह से बंद हो गयी है. जिसकी वजह से खेत से पानी बाहर नहीं निकलता. साथ ही आसपास के खेतों का पानी भी भोयर के खेत में ही आकर जमा होता है. नाली बंद होने की वजह से खेत में पानी जमा होकर फसलों का नुकसान होगा. यह बात नयनेश भोयर ने अप्रैल माह में ही उपविभागीय अधिकारी व राष्ट्रीय महामार्ग कार्यालय को सुचित कर दी थी. किन्तु दोनों ही विभाग के अधिकारियों द्वारा इस मामले को गंभीरतापूर्वक नहीं लिया गया और अब बारिश के मौसम में नयनेश भोयर का काफी नुकसान हुआ है. जिससे आहत और परेशान होकर नयनेश भोयर ने प्रशासन के समक्ष आत्मदाह करने की अनुमति देने का आवेदन पेश किया है.

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