हां, मुझे फडणवीस का फोन आया था

राकांपा नेता शरद पवार ने किया स्पष्ट

मुंबई /दि.22- राष्ट्रवादी कांग्रेस शरदचंद्र पवार पार्टी के मुखिया शरद पवार ने उपराष्ट्रपति पद के चुनाव को लेकर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, उपराष्ट्रपति पद हेतु प्रत्याशी रहनेवाले महाराष्ट्र के राज्यपाल सी. पी. राधाकृष्णन के लिए समर्थन मांगने हेतु उन्हें राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का फोन आया था. लेकिन उन्होंने सीएम फडणवीस को स्पष्ट तौर पर कहा कि, चूंकि एनडीए प्रत्याशी सी. पी. राधाकृष्णन एक अलग विचारधारा से वास्ता रखते है. ऐसे में वे उनकी दावेदारी का समर्थन नहीं कर सकते. इसके साथ ही राकांपा नेता शरद पवार ने यह भी स्पष्ट किया कि, उपराष्ट्रपति पद के चुनाव हेतु विपक्षी गठबंधन की ओर से सुदर्शन का नामांकन दायर किया गया है. जिस समय सत्ताधारी दल द्वारा उपराष्ट्रपति पद के लिए प्रत्याशी घोषित किया गया, उसके बाद विपक्षी नेताओं ने साथ बैठकर 2 से 3 नामों के बारे में चर्चा की और चर्चा के उपरांत सुदर्शन के नाम पर सहमती बनी.
बता दें कि, भाजपा द्वारा उपराष्ट्रपति पद हेतु एनडीए प्रत्याशी के तौर पर महाराष्ट्र के राज्यपाल सी. राधाकृष्णन का नाम तय किया गया है. जिसके बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विपक्षी गठबंधन महाविकास आघाडी में शामिल शरद पवार गुट वाली राकांपा व उद्धव ठाकरे गुट वाली शिवसेना के प्रमुखों को राधाकृष्णन हेतु समर्थन देने के लिए फोन किया था. परंतु शरद पवार एवं उद्धव ठाकरे ने सीएम फडणवीस के इस निवेदन को अमान्य कर दिया. साथ ही अब शरद पवार ने इस बारे में मीडिया के सामने आते हुए सभी को इसकी जानकारी दी. इस समय शरद पवार ने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री सोरेन की गिरफ्तारी का हवाला देते हुए कहा कि, सोरेन जब राज्यपाल से मिलने हेतु गए थे तब उन्हें जांच एजेंसी ने गिरफ्तार किया था. उस समय सोरेन ने कहा था कि, यह राजभवन है, जहां पर जिसका अपना संवैधानिक महत्व होता है. अत: उन्हें राजभवन से बाहर निकलने के बाद गिरफ्तार किया जाए. ऐसे में जिस प्रत्याशी के राजभवन में एक मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी होती, उसकी दावेदारी का समर्थन बिल्कुल भी नहीं किया जा सकता. जिसके चलते उन्होंने मुख्यमंत्री फडणवीस का फोन आने पर उनका प्रस्ताव को मानने से इंकार कर दिया.

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