खेत तालाब में डूबकी लगा रहे हो, जान को खतरा नहीं लगता क्या?
प्रेक्टिस नहीं तो साहस किसलिये? पानी में कूदना खतरनाक साबित हो सकता है

धामणगांव रेल्वे/दि.21 – पिछले सप्ताहभर से जिले का तापमान काफी बढ गया है. अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस तक पहुंंच गया है. ऐसे में उष्णता से बचाव के लिए शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र के नागरिक भी तैरने का आनंद ले रहे है, लेकिन अनेक लोग खतरनाक जलकुंभ में तैरते रहने से अपनी जान जोखिम में डालते दिखाई देते है.
वर्धा नदी में समृद्धि महामार्ग के निर्माण के लिए उत्खनन किये मुरुम के कारण हुए गड्ढों में भारी मात्रा में ग्रीष्मकाल के दिनों में युवक तैरने का आनंद लेने के लिए जाते है. कुछ लोगों को तैरना आता है और कुछ लोगों को तैरना नहीं आता, फिर भी दोस्तों के साथ पानी में उतर जाते है. जिससे उन्हें जान गंवानी पडती है. इस कारण उष्णता से बचाव के लिए तैरना ही पर्याय नहीं है, बल्कि अन्य पर्याय भी है.
* एक सप्ताह से तापमान में बढोत्तरी
पिछले 8 दिनों में जिले का तापमान 39 डिग्री पर पहुंच गया है. दोपहर के समय कडी धूप और रात को ठंडी हवा चल रही है. तपन के कारण नागरिक परेशान है.
* शहर तपने लगा
जिले का तापमान 39 डिग्री से अधिक पहुंच गया है, ऐसे में शहर और जिले में कडी धूप रहते समय युवक तालाब में तैरते हुए दिखाई दे रहे है.
* सुरक्षारक्षक की तरफ अनदेखी
जिले के छोटे-बडे प्रकल्प पर तैनात सुरक्षारक्षक की तरफ तैरने जाने वाले नागरिक अनदेखी करते है. नागरिकों को गहरे पानी में उतरने से रोकने पर विवाद करते हुए युवक अधिक गहरे पानी में जाकर तैरने का प्रयास करते है.
* हर सप्ताह एक की मौत
– जिले में स्थित नदी-नालों में तैरने के लिए गये एक की औसतन सप्ताह में मृत्यु हो रही है.
– तैरने की प्रेक्टिस न रहने पर यह युवक जान की परवाह न करते हुए पानी में उतरते है, इस कारण पानी में डूबकर मृत्यु होने की संख्या दिनोंदिन बढ रही है.
– समृद्धि महामार्ग के कारण हुए गढ्ढो में तैरने पर पाबंदी रहने के बावजूद अनेक लोग गहरे पानी में जाकर तैरने का प्रयास कर रहे है. अनेकों को पानी का अनुमान न रहने से अपनी जान को खतरा निर्माण होता है.
* यह स्थल जानलेवा
तालाब कभी तथा समृद्धि महामार्ग से पडे गड्ढों में बडी संख्या में युवक तैरने का आनंद लेते है. लेकिन यहीं पर पानी में डूबने से सर्वाधिक मृत्यु होने की घटना घटित हो रही है.
* खेत-तालाब में उतरने का विचार न करें
उष्णता से बचाव के लिए ताडपत्री का आवरण वाले खेत तालाब में लोक तैरने के लिए उतरते है. ताडपत्री का हिस्सा चिकना रहने से वह खतरनाक साबित होता है.





