16 साल के युवक ने की आत्महत्या

ख्वाहिश की सुसाइड नोट ने रूला दिया सभी को

नागपुर/ दि. 15- मम्मी, पापा मुझे माफ कर देना …. डेढ सप्ताह से लग रहा था… मैं अब यह नहीं कर सकता… सॉरी …. धन्यवाद. मुझे सभी चीजें समय पर देने के लिए. मेरा आप पर खूब स्नेह हैं…. किंतु बस…. अब नहीं होगा…. बाय…..
रोंगटे खडे कर देनेवाली यह भावनाएं छत के पंखें को फंदा लगाकर आत्महत्या करनेवाले मासूम किशोर की है. उसका नाम ख्वाहिश देवराव नागरे हैं. ख्वाहिश को अभी मूंछ भी नहीं उगी. किंतु उसने मौत को गले लगा लिया. उसकी आत्महत्या से बच्चों पर अपनी अपेक्षाए लादनेवाले अभिभावकों को हडबडाकर जागने पर मजबूर कर दिया. ख्वाहिश केनल रोड के प्रसिध्द कोचिंग क्लास का विद्यार्थी था. मौत से ठीक पहले उसने मित्रों के साथ निचली मंजिल पर मेस में भोजन किया. 11 बजे वह कमरे में गया. फिर वह नहीं लौटा. कुछ साल पहले ही उसने चारपाई पर माता-पिता के नाम एक चिठ्ठी रख छोडी.
काफी देर तक कमरे से बाहर न निकलने पर मित्रों ने उसके कमरे का रूख किया. भीतर से कुुंडी लगी थी. बार- बार आवाज देने पर भी दरवाजा न खोलने पर साथियों ने दरवाजा तोड दिया. सामने का दृश्य देख सभी सिहर उठे.

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